मां बम्लेश्वरी की छांव में फिर गूंजे श्रद्धा के स्वर, रोपवे सेवा दोबारा शुरू: डोंगरगढ़, छत्तीसगढ़: श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत की खबर—डों...
मां बम्लेश्वरी की छांव में फिर गूंजे श्रद्धा के स्वर, रोपवे सेवा दोबारा शुरू:
डोंगरगढ़, छत्तीसगढ़: श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत की खबर—डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर की रोपवे सेवा एक बार फिर शुरू कर दी गई है। 24 अप्रैल को हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे के बाद रोकी गई यह सेवा अब तकनीकी सुधार और सुरक्षा उपायों के साथ दोबारा प्रारंभ की गई है।
गौरतलब है कि पिछले माह एक ट्रॉली पलटने की घटना में भाजपा के प्रदेश महामंत्री भरत वर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घटना के बाद जिला प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट समिति ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए रोपवे सेवा को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया था और जांच के आदेश जारी किए थे।
तकनीकी परीक्षण के बाद मिली हरी झंडी:
ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने बताया कि हादसे को बेहद गंभीरता से लेते हुए एनआईटी रायपुर और दामोदर रोपवे कंपनी के विशेषज्ञों की सहायता से विस्तृत तकनीकी जांच की गई। हर बिंदु पर बारीकी से परीक्षण करने के बाद ही सेवा को पुनः चालू करने की अनुमति दी गई है।
रोपवे संचालन समिति के अनुसार, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने हेतु डबल सपोर्ट सिस्टम जैसी उन्नत तकनीकों को भी जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रियों की सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके।
श्रद्धालुओं में खुशी की लहर, पर सवाल अब भी कायम:
सेवा पुनः शुरू होने की खबर से श्रद्धालुओं में हर्ष की लहर है। पर्वत की ऊंचाई पर स्थित मां बम्लेश्वरी के दर्शन अब एक बार फिर सुगम हो गए हैं। हालांकि, हादसे से जुड़े कुछ सवाल अब भी अनुत्तरित हैं—जैसे कि तत्काल तकनीकी चूक की ज़िम्मेदारी किसकी थी, और क्या यह भविष्य में पूरी तरह टाली जा सकती है?
सुरक्षा सर्वोपरि: मंदिर ट्रस्ट की प्रतिबद्धता:
मंदिर ट्रस्ट और दामोदर इंफ्रा कंपनी दोनों ने यह स्पष्ट किया है कि हर तकनीकी पहलू की निगरानी निरंतर की जाती है। एडवांस पेमेंट मेंटेनेंस सिस्टम के अंतर्गत आवश्यक सुधार और पार्ट्स की समय पर आपूर्ति की जाती है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि श्रद्धालुओं की यात्रा केवल आध्यात्मिक रूप से नहीं, बल्कि तकनीकी रूप से भी सुरक्षित हो।
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