धूप नहीं, मिट्टी नहीं, बारिश की बूंद तक नहीं; देश में पहली बार सामने आया ऐसा मामला: रायपुर : नंदनवन जूलॉजिकल पार्क में जानवरों की देखभाल ...
धूप नहीं, मिट्टी नहीं, बारिश की बूंद तक नहीं; देश में पहली बार सामने आया ऐसा मामला:
रायपुर : नंदनवन जूलॉजिकल पार्क में जानवरों की देखभाल को लेकर चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां 10x10 फीट के एक बंद कमरे में पिछले 8 सालों से चार तेंदुए और एक लकड़बग्घा कैद हैं। न उन्हें धूप नसीब होती है, न मिट्टी, और न ही बारिश का पानी।
क एक महीने लंबी पड़ताल में सामने आया कि इन जानवरों को नंदनवन के "क्वारंटीन एनक्लोजर" में बिना किसी स्पष्ट कारण के रखा गया है। सबसे हैरानी की बात यह है कि इस पूरे मामले की जानकारी न तो ज़ू अथॉरिटी ने सार्वजनिक की और न ही वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट ने कोई ठोस कार्रवाई की।
जानवरों के व्यवहार में भी बदलाव देखा गया है। तेंदुए लगातार पिंजरे की सलाखों से टकराते हैं, जबकि लकड़बग्घा एक कोने में सहमा बैठा रहता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे बंद माहौल में जानवरों का मानसिक संतुलन बिगड़ सकता है।
वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत जानवरों को प्राकृतिक माहौल देना अनिवार्य है। इस मामले में नियमों की गंभीर अनदेखी हुई है। सवाल यह है कि आखिर क्यों इन पांच जानवरों को इतने सालों से कैद में रखा गया? क्या यह लापरवाही है या जानबूझकर की गई उपेक्षा?
अब यह जरूरी है कि शासन और संबंधित विभाग इस मामले को गंभीरता से लें और जानवरों को जल्द से जल्द प्राकृतिक वातावरण में स्थानांतरित किया जाए।
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