चित्रकोट पर्यटन केंद्र का नाका सील, ग्रामीणों ने जताया विरोध: लोहंडीगुड़ा, छत्तीसगढ़ : चित्रकोट जलप्रपात, जिसे छत्तीसगढ़ का "नियाग्रा...
चित्रकोट पर्यटन केंद्र का नाका सील, ग्रामीणों ने जताया विरोध:
लोहंडीगुड़ा, छत्तीसगढ़ :चित्रकोट जलप्रपात, जिसे छत्तीसगढ़ का "नियाग्रा" कहा जाता है, एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वजह है पर्यटन केंद्र का मुख्य नाका सील किया जाना, जिसने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को असुविधा में डाल दिया है।
प्रशासन द्वारा सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए मुख्य प्रवेश द्वार को सील कर दिया गया। हालांकि, इस कदम का ग्रामीणों ने जोरदार विरोध किया है। उनका कहना है कि यह निर्णय बिना पूर्व सूचना के लिया गया और इससे उनके रोज़गार और आमदनी पर असर पड़ा है।
ग्रामीणों ने पंचायत भवन में एकत्र होकर प्रशासन के खिलाफ नाराज़गी जताई और कहा कि पर्यटन केंद्र उनके लिए न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, बल्कि आजीविका का भी महत्वपूर्ण स्रोत है।
प्रभाव और प्रतिक्रियाएँ:
पर्यटकों को दूसरे मार्ग से प्रवेश करने की सलाह दी गई है, जिससे भ्रम और असुविधा बढ़ी है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
लोहंडीगुड़ा तहसीलदार ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी और स्थानीय लोगों की राय के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।
यह घटना एक बार फिर प्रशासन और स्थानीय जनसंपर्क के बीच संवाद की कमी को उजागर करती है। अब देखना होगा कि चित्रकोट का यह विवाद सुलझता है या और गहराता है।
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