कोरबा में भू-विस्थापितों का आक्रोश फूटा: रोजगार, पुनर्वास और जमीन वापसी की उठी बुलंद आवाज़ें: कोरबा, छत्तीसगढ़ : कोरबा जिले के एसईसीएल कुस...
कोरबा में भू-विस्थापितों का आक्रोश फूटा: रोजगार, पुनर्वास और जमीन वापसी की उठी बुलंद आवाज़ें:
कोरबा, छत्तीसगढ़ :कोरबा जिले के एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र में शुक्रवार को भू-विस्थापितों का आक्रोश उस समय खुलकर सामने आया जब उन्होंने अपनी मांगों को लेकर कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने रोजगार, उचित बसावट और अधिग्रहित जमीन की वापसी जैसी महत्वपूर्ण मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया।
छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ के संयुक्त बैनर तले सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए ग्रामीणों ने कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। हाथों में बैनर और तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वर्षों पहले उनकी जमीनें कोयला खनन परियोजनाओं के लिए अधिग्रहित की गई थीं, लेकिन अब तक उन्हें स्थायी रोजगार, पुनर्वास और अन्य वादे पूरे नहीं किए गए हैं। उनका आरोप है कि वादा तो किया गया था, लेकिन वादों का पालन नहीं हुआ।
भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ के नेताओं ने बताया कि यह सिर्फ एक चेतावनी है। यदि प्रशासन और कंपनी प्रबंधन ने जल्द समाधान नहीं किया, तो यह आंदोलन जिलेभर में उग्र रूप ले सकता है।
प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा लेकिन संदेश स्पष्ट था — "हमें हक चाहिए, कोई खैरात नहीं!"
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड में नजर आया।
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