विधायक का सपना अधूरा रह गया: जिनके लिए जनसेवा जीवन थी, उन्हीं के गांव में अब भी नहीं है सड़क-पुल: छत्तीसगढ़ : के दंतेवाड़ा जिले में एक बे...
विधायक का सपना अधूरा रह गया: जिनके लिए जनसेवा जीवन थी, उन्हीं के गांव में अब भी नहीं है सड़क-पुल:
छत्तीसगढ़ : के दंतेवाड़ा जिले में एक बेहद भावुक और चौंकाने वाला सच सामने आया है। जिस विधायक ने सालों तक जनता की सेवा की, वही अब अपने गांव की मूलभूत सुविधाओं से वंचित रह गए हैं — न सड़क, न पुल।
स्वर्गीय विधायकका पैतृक गांव आज भी कच्चे रास्तों और बरसात में टूटने वाले पुलों पर निर्भर है। यह स्थिति तब और ज्यादा दिल तोड़ने वाली हो जाती है जब पता चलता है कि विधायक ने खुद विधानसभा में कई बार इस गांव के लिए सड़क और पुल की मांग उठाई थी।
गांव वालों की पीड़ा:
गांव के बुजुर्ग कहते हैं, "हमने अपने बेटे को नेता बनाया, उम्मीद थी कि अब गांव बदलेगा, लेकिन अब वो खुद नहीं रहे और गांव वैसा ही रह गया।"
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस घोषणा नहीं की गई है। ग्रामीणों की मांग है कि दिवंगत विधायक की याद में इस गांव को जल्द से जल्द सड़क और पुल की सुविधा दी जाए।
सवाल यही है:
जब नेता खुद भी अपने गांव को बुनियादी सुविधाएं नहीं दिला सके, तो फिर आम जनता किससे उम्मीद करे?
कोई टिप्पणी नहीं