सुकमा: आत्मसमर्पित नक्सली अब सीख रहे खेती और पशुपालन की तकनीक: सुकमा, छत्तीसगढ़ : हिंसा का रास्ता छोड़ चुके आत्मसमर्पित नक्सली अब एक नई ज...
सुकमा: आत्मसमर्पित नक्सली अब सीख रहे खेती और पशुपालन की तकनीक:
सुकमा, छत्तीसगढ़ : हिंसा का रास्ता छोड़ चुके आत्मसमर्पित नक्सली अब एक नई जिंदगी की ओर बढ़ रहे हैं। जिले में इन्हें खेती और पशुपालन की आधुनिक तकनीकों की ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
जिला प्रशासन और कृषि विभाग की पहल पर इन पूर्व नक्सलियों को जैविक खेती, सब्जी उत्पादन, डेयरी फार्मिंग और मुर्गी पालन जैसी गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ट्रेनिंग में उन्हें मिट्टी की जांच, बीज चयन, उर्वरक उपयोग और बाजार से जुड़ाव की जानकारी भी दी जा रही है।
एक पूर्व नक्सली ने बताया, “अब हथियार की जगह हमने हल थाम लिया है। पहली बार महसूस हो रहा है कि ज़िंदगी में कुछ अच्छा कर सकते हैं।”
जिला कलेक्टर ने बताया कि यह पहल न केवल उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का माध्यम है, बल्कि क्षेत्र में शांति और विकास को भी मजबूती दे रही है।
सरकार की पुनर्वास नीति के तहत इन्हें आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। लक्ष्य है कि ये लोग गांवों के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं और युवाओं के लिए सकारात्मक उदाहरण बनें।
सुकमा अब बदलाव की ओर बढ़ रहा है – बंदूकें छूट रही हैं, बीज बोए जा रहे हैं।
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