8 मई को बिलासपुर में होगा शक्ति प्रदर्शन, लचर स्वास्थ्य सेवाओं के बाद अब संविधान पर फोकस: बिलासपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस एक बार फिर सड़कों...
8 मई को बिलासपुर में होगा शक्ति प्रदर्शन, लचर स्वास्थ्य सेवाओं के बाद अब संविधान पर फोकस:
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस एक बार फिर सड़कों पर उतरने जा रही है। हाल ही में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को लेकर निकाली गई स्वास्थ्य न्याय यात्रा के बाद अब पार्टी संविधान बचाओ रैली के जरिए राज्य सरकार पर हमला तेज करने वाली है। यह रैली 8 मई को बिलासपुर में आयोजित होगी।
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, यह सिर्फ एक रैली नहीं बल्कि एक बड़ा राजनीतिक संदेश होगा। पार्टी इसे प्रदेशव्यापी आंदोलन का आगाज मान रही है। बिलासपुर को चुना जाना रणनीतिक फैसला है — यही वह शहर है जहां से कांग्रेस ने स्वास्थ्य न्याय यात्रा की शुरुआत की थी, और अब यहीं से संविधान को लेकर संघर्ष की नई कहानी लिखने जा रही है।
पूर्व मंत्री और खरसिया विधायक उमेश पटेल को आयोजन की जिम्मेदारी दी गई है। सूत्रों के अनुसार, रैली में प्रदेश कांग्रेस के सभी बड़े चेहरे शामिल होंगे। साथ ही यह भी संभावना है कि कुछ राष्ट्रीय नेता भी इसमें शिरकत करें।
सरकार पर आरोप: लोकतांत्रिक संस्थाएं कमजोर हो रही हैं:
कांग्रेस का आरोप है कि मौजूदा सरकार संविधान के मूल सिद्धांतों से खिलवाड़ कर रही है। स्वतंत्र संस्थाओं की भूमिका सीमित की जा रही है, और आम जनता के अधिकारों का हनन हो रहा है। इसी के विरोध में यह रैली आयोजित की जा रही है।
माहौल गर्माने की तैयारी:
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह रैली लोकसभा चुनाव की तैयारी से पहले कांग्रेस का 'शक्ति प्रदर्शन' है। बिलासपुर से मोर्चा खोलकर पार्टी पूरे प्रदेश में माहौल बनाने की कोशिश कर रही है।
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