अब बस्तर की महिलाएं हो रही हैं जागरूक, तोड़ रहीं शर्म, झिझक व चुप्पी: नागवंशी: जगदलपुर : बस्तर की धरती, जो कभी महिलाओं की चुप्पी और संकोच...
अब बस्तर की महिलाएं हो रही हैं जागरूक, तोड़ रहीं शर्म, झिझक व चुप्पी: नागवंशी:
जगदलपुर : बस्तर की धरती, जो कभी महिलाओं की चुप्पी और संकोच के कारण सामाजिक विकास में पिछड़ती दिखती थी, अब एक नए बदलाव की ओर बढ़ रही है। सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती नागवंशी ने अपने संबोधन में कहा, “अब बस्तर की महिलाएं जागरूक हो रही हैं। वे अपनी समस्याओं को लेकर खुलकर बोल रही हैं और सामाजिक व पारिवारिक बंधनों की शर्म, झिझक और चुप्पी को तोड़ रही हैं।”
स्थानीय महिला स्व-सहायता समूहों, जागरूकता शिविरों और शिक्षा के माध्यम से महिलाएं अब स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वरोजगार, घरेलू हिंसा जैसे मुद्दों पर आवाज उठा रही हैं। नागवंशी ने यह भी बताया कि “अब महिलाएं न सिर्फ सवाल पूछ रही हैं, बल्कि समाधान की दिशा में भी सक्रिय हो रही हैं।”
गाँवों में बदलाव की बयार:
ग्राम पंचायत स्तर पर महिलाएं अब फैसलों में भागीदारी निभा रही हैं। किशोरी बालिकाओं के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, जिनमें मासिक धर्म, यौन शिक्षा और आत्मरक्षा को लेकर खुलकर चर्चा हो रही है।
एक नई सामाजिक क्रांति का संकेत:
नागवंशी ने कहा, “यह परिवर्तन सिर्फ महिलाओं का नहीं, पूरे समाज का है। जब महिलाएं जागरूक होंगी, तभी बस्तर प्रगति करेगा।”
उन्होंने शासन और स्थानीय निकायों से आग्रह किया कि इस सकारात्मक बदलाव को समर्थन दिया जाए और महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को तेज किया जाए।
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