कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर नक्सल ऑपरेशन अस्थायी रूप से स्थगित, सुरक्षाबलों को बुलाया गया वापस: बीजापुर/छत्तीसगढ़ : भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते...
कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर नक्सल ऑपरेशन अस्थायी रूप से स्थगित, सुरक्षाबलों को बुलाया गया वापस:
बीजापुर/छत्तीसगढ़ : भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, छत्तीसगढ़ से एक अहम रणनीतिक निर्णय की खबर सामने आई है। राज्य के बीजापुर ज़िले में तेलंगाना सीमा से सटी कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर चल रहे अब तक के सबसे बड़े नक्सली ऑपरेशन को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा बलों को फिलहाल ऑपरेशन से वापस बुला लिया गया है। यह निर्णय क्षेत्रीय सुरक्षा संतुलन और राष्ट्रीय रणनीति के मद्देनज़र लिया गया बताया जा रहा है।
18 दिनों से चल रहा था ऑपरेशन
करीब 18 दिनों से कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाया जा रहा था, जिसमें केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF), कोबरा बटालियन और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के हजारों जवान शामिल थे। इस ऑपरेशन को नक्सल विरोधी रणनीति में एक निर्णायक कदम माना जा रहा था।
अब खबर है कि सभी सुरक्षाबलों को जिला मुख्यालय लौटने के निर्देश दिए गए हैं और वापसी की तैयारियाँ तेज़ी से की जा रही हैं। हालांकि, इस कार्रवाई को लेकर आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गई है।
क्या है कारण?
हालांकि सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि यह निर्णय अंतर्राष्ट्रीय हालात और सुरक्षा प्राथमिकताओं को ध्यान में रखकर लिया गया है। भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव और संभावित सैन्य तैयारी के चलते सुरक्षाबलों की पुनः तैनाती की आवश्यकता हो सकती है।
अब आगे क्या?
सवाल यह है कि क्या यह केवल अस्थायी रणनीति है या ऑपरेशन की दिशा में कोई बड़ा बदलाव आने वाला है? नक्सल गतिविधियों के लिहाज़ से कर्रेगुट्टा इलाका हमेशा से एक संवेदनशील हॉटस्पॉट रहा है, और सुरक्षा बलों की वापसी से नक्सली समूहों को फिर से संगठित होने का अवसर भी मिल सकता है।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की अगली रणनीति पर अब सबकी निगाहें टिकी हैं।
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