सम्मान: मंडावी ने छत्तीसगढ़ी लोक कला को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर दिलाई पहचान नारायणपुर : छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक पहचान...
सम्मान: मंडावी ने छत्तीसगढ़ी लोक कला को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर दिलाई पहचान
नारायणपुर : छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक पहचान दिलाने वाले नारायणपुर जिले के लोक कलाकार श्री मंडावी को हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष सम्मान से नवाजा गया है। उन्होंने पारंपरिक छत्तीसगढ़ी लोक कला — विशेषकर पंडवानी, करमा नृत्य और लोक गायन — के माध्यम से विश्व भर में प्रदेश की सांस्कृतिक छवि को उजागर किया है।
श्री मंडावी ने यूरोप, एशिया और अफ्रीका के कई देशों में अपनी प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। उनकी कला न केवल छत्तीसगढ़ी परंपरा को जीवित रखने में सहायक रही है, बल्कि नई पीढ़ी को भी अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य कर रही है।
उनके इस योगदान को देखते हुए उन्हें "सांस्कृतिक दूत" की संज्ञा दी जा रही है। राज्य सरकार और सांस्कृतिक संगठनों ने भी इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया है।
नारायणपुर जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्र से उठकर अंतर्राष्ट्रीय मंच तक पहुंचना, मंडावी जी की मेहनत, लगन और कला के प्रति समर्पण को दर्शाता है। यह सम्मान पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है।
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