मुंगेली सबसे आगे, कोरबा-मनेंद्रगढ़ को रफ्तार पकड़ने की जरूरत: रायपुर : छत्तीसगढ़ में सुशासन तिहार के तहत जनता की समस्याओं के समाधान का महा...
मुंगेली सबसे आगे, कोरबा-मनेंद्रगढ़ को रफ्तार पकड़ने की जरूरत:
रायपुर : छत्तीसगढ़ में सुशासन तिहार के तहत जनता की समस्याओं के समाधान का महाअभियान निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। मुख्यमंत्री स्वयं पूरे अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं, जिससे प्रशासनिक अमले में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। अब तक 40 लाख में से 39 लाख से अधिक शिकायतों और मांगों का निराकरण किया जा चुका है, जो प्रशासनिक दक्षता की मिसाल है।
मुंगेली बना सुशासन का मॉडल जिला:
मुंगेली जिले ने जन शिकायतों के समाधान में बाजी मारी है। पारदर्शिता, तत्परता और नागरिक संतोष के आधार पर मुंगेली अन्य जिलों के लिए उदाहरण बन गया है।
कोरबा और मनेंद्रगढ़ को सुधार की दरकार:
जहां एक ओर कई जिले 100% निराकरण के करीब हैं, वहीं कोरबा और मनेंद्रगढ़ की प्रगति अपेक्षाकृत धीमी रही है। शासन द्वारा इन जिलों पर विशेष फोकस किया जा रहा है ताकि अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचे।
दोहरे आधार पर रिपोर्ट कार्ड तैयार:
हर जिले का रिपोर्ट कार्ड दो मुख्य आधारों पर तैयार हो रहा है:
1. जिले में प्राप्त कुल शिकायतों और मांगों की संख्या
2. उनमें से समाधान की गई समस्याओं की संख्या और गुणवत्ता
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि “एक भी शिकायत लंबित नहीं रहनी चाहिए। जनता का विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है।”
ग्रामीण क्षेत्रों से मिली सराहना:
ग्राम पंचायतों से लेकर जिला मुख्यालय तक सुशासन तिहार की गूंज सुनाई दे रही है। अनेक ग्रामीणों ने इस पहल की खुलकर सराहना की है, जिससे सरकार और जनता के बीच की दूरी और भी कम हुई है।
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