कॉलेज छात्राओं ने सीखी बांस कला, ट्राइफेड इंडिया आउटलेट का भी किया अवलोकन: जगदलपुर : शहर में स्थानीय कॉलेज की छात्राओं ने हाल ही में एक अ...
कॉलेज छात्राओं ने सीखी बांस कला, ट्राइफेड इंडिया आउटलेट का भी किया अवलोकन:
जगदलपुर : शहर में स्थानीय कॉलेज की छात्राओं ने हाल ही में एक अनूठे अनुभव में भाग लिया, जहाँ उन्होंने पारंपरिक बांस कला की बारीकियाँ सीखीं और ट्राइफेड इंडिया के आउटलेट का दौरा भी किया।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम स्थानीय हस्तशिल्प को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था, जिसमें छात्राओं को बांस से निर्मित विभिन्न उपयोगी और कलात्मक वस्तुएँ बनाने की जानकारी दी गई। प्रशिक्षकों ने उन्हें बांस की छंटाई, कटाई, डिज़ाइनिंग और अंतिम उत्पाद बनाने की संपूर्ण प्रक्रिया सिखाई।
इसके बाद छात्राओं ने ट्राइफेड (TRIFED) इंडिया के बिक्री केंद्र का दौरा किया, जहाँ उन्हें जनजातीय समुदाय द्वारा निर्मित उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला देखने को मिली। उन्होंने यह भी समझा कि कैसे आदिवासी कलाकारों के उत्पादों को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों तक पहुँचाया जाता है।
छात्राओं ने इस अनुभव को "आँखें खोलने वाला" बताते हुए कहा कि इससे उन्हें भारतीय जनजातीय शिल्प की गहराई और सुंदरता को समझने का अवसर मिला। कार्यक्रम के आयोजकों ने भी इस पहल को युवा पीढ़ी को परंपरागत कलाओं से जोड़ने की दिशा में एक सशक्त कदम बताया।
संस्कृति और आत्मनिर्भरता की दिशा में यह पहल एक प्रेरणादायक प्रयास है, जो न केवल युवाओं को परंपरागत कौशल से जोड़ता है बल्कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी योगदान देता है।
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