बस्तर संभाग ने दिखाया सुशासन का रास्ता: राजस्व मामलों के निपटारे में सबसे आगे, सुकमा में 91% समाधान: रायपुर : छत्तीसगढ़ में चल रहे सुशासन त...
बस्तर संभाग ने दिखाया सुशासन का रास्ता: राजस्व मामलों के निपटारे में सबसे आगे, सुकमा में 91% समाधान:
रायपुर : छत्तीसगढ़ में चल रहे सुशासन तिहार के दौरान राज्यभर में राजस्व मामलों की समीक्षा के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग ने जहां प्रशासनिक दक्षता का उदाहरण पेश किया है, वहीं नवगठित जिले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर को अभी लंबा सफर तय करना है।
सबसे बड़ी उपलब्धि सुकमा जिले ने हासिल की है, जहाँ 91 प्रतिशत राजस्व मामलों का निपटारा कर एक मिसाल कायम की गई है। यह उल्लेखनीय है कि सीमित संसाधनों और चुनौतियों के बावजूद बस्तर के जिलों ने सुशासन की नई परिभाषा गढ़ी है।
इसके विपरीत, नवगठित मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में अभी केवल 29 प्रतिशत मामलों का समाधान हो पाया है, जिससे स्पष्ट होता है कि इन नए जिलों में व्यवस्था को सशक्त और सुचारू बनाने की जरूरत है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
राजस्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बस्तर संभाग में मामलों के शीघ्र निपटारे के लिए डिजिटल रिकॉर्ड प्रबंधन, साप्ताहिक समीक्षा बैठकें, और स्थानीय समाधान केंद्रों की भूमिका अहम रही है।
आगे की राह:
सरकार ने संकेत दिए हैं कि सुशासन तिहार के अनुभवों के आधार पर राजस्व सुधार मॉडल तैयार किया जाएगा, जिसे पूरे राज्य में लागू किया जा सकता है।
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