रायपुर मास्टर प्लान में गड़बड़ी की जांच तेज़, जोन 8 की निर्माण अनुमतियों की हो रही दोबारा समीक्षा: रायपुर : राजधानी के मास्टर प्लान-2031 ...
रायपुर मास्टर प्लान में गड़बड़ी की जांच तेज़, जोन 8 की निर्माण अनुमतियों की हो रही दोबारा समीक्षा:
रायपुर : राजधानी के मास्टर प्लान-2031 में सामने आई अनियमितताओं की जांच अब तेज़ रफ्तार पकड़ चुकी है। विधानसभा में मामला उठने के बाद नगर निवेश विभाग और नगर निगम ने जोन 8 सहित अन्य क्षेत्रों में जारी की गई भवन निर्माण अनुमतियों की दोबारा जांच शुरू कर दी है।
पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाते हुए मास्टर प्लान में पाई गई विसंगतियों पर आपत्ति जताई और निर्माण कार्यों पर रोक लगाने की मांग की है। इसके बाद नगर एवं ग्राम निवेश विभाग की ओर से बनाई गई विशेष समिति ने रिपोर्ट सौंप दी है, जिसमें गंभीर खामियों की पुष्टि हुई है।
नगर निगम आयुक्त, संबंधित जोन कमिश्नर और नगर निवेश अधिकारियों की समीक्षा बैठक भी हो चुकी है। जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट शासन को सौंपी जाएगी। शासन स्तर पर भी इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जा रहा है।
जमीन उपयोग और सड़क नेटवर्क में भारी गड़बड़ी:
जांच में खुलासा हुआ है कि कई पुराने तालाबों की जमीन को गलत तरीके से आवासीय और कृषि ज़ोन में दिखाया गया है। इसके अलावा शहर की कुछ प्रमुख सड़कों को या तो नक्शे से हटा दिया गया है या उनकी चौड़ाई कम कर दी गई है। इससे भविष्य की आधारभूत संरचना और यातायात व्यवस्था प्रभावित हो सकती है।
संशोधन से पहले जनता से मांगे जाएंगे सुझाव:
अधिकारियों के मुताबिक, मास्टर प्लान में संभावित संशोधनों से पहले नागरिकों से दावे और आपत्तियां मांगी जाएंगी। वर्तमान में लागू मास्टर प्लान ही प्रभावी रहेगा, लेकिन जांच पूरी होने के बाद आवश्यक सुधारों के साथ नई योजना लागू की जा सकती है।
गौरतलब है कि रायपुर मास्टर प्लान-2031 जुलाई 2023 में लागू किया गया था। इसके बाद से अब तक 146 से अधिक शिकायतें और सुझाव सामने आ चुके हैं, जिन पर अब गंभीरता से कार्रवाई हो रही है।
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