फिजूलखर्ची के खिलाफ गायत्री परिवार: हल्दी से लेकर फेरे तक की सभी रस्में एक ही दिन में संपन्न: कांकेर : गायत्री परिवार ने समाज को एक सकारात...
फिजूलखर्ची के खिलाफ गायत्री परिवार: हल्दी से लेकर फेरे तक की सभी रस्में एक ही दिन में संपन्न:
कांकेर : गायत्री परिवार ने समाज को एक सकारात्मक संदेश देते हुए शादी समारोह में सादगी की मिसाल पेश की। कांकेर में आयोजित इस विवाह समारोह में हल्दी, मेहंदी, वरमाला, फेरे और विदाई तक की सभी रस्में एक ही दिन में पूरी की गईं।
इस आयोजन में न तो बैंड-बाजे की चमक थी, न ही शानो-शौकत का दिखावा। सब कुछ सादगी और पारंपरिक संस्कृति के अनुरूप था। परिवारजनों ने बताया कि फिजूलखर्ची पर रोक लगाकर उन्होंने यह साबित किया कि खुशियाँ पैसे की मोहताज नहीं होतीं।
गायत्री परिवार के इस कदम की इलाके में सराहना हो रही है। लोगों का कहना है कि यह उदाहरण उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो शादी को खर्च और दिखावे का ज़रिया मानते हैं।
समारोह में उपस्थित सभी लोगों ने इस पहल को सराहा और इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए अनुकरणीय बताया।
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