मितान लोक महोत्सव में झूम उठे श्रोता: तरुणा की पंडवानी, आरु के लोकगीत और भोला की कॉमेडी ने बांधा समां: राजनांदगांव : मितान लोक महोत्सव मे...
मितान लोक महोत्सव में झूम उठे श्रोता: तरुणा की पंडवानी, आरु के लोकगीत और भोला की कॉमेडी ने बांधा समां:
राजनांदगांव : मितान लोक महोत्सव में सोमवार की शाम लोक संस्कृति की रंगीन छटा बिखरी।
तरुणा की भावपूर्ण पंडवानी ने श्रोताओं को महाभारत के प्रसंगों में डुबो दिया। उनके हर संवाद और भाव भंगिमा पर दर्शक मंत्रमुग्ध हो उठे। इसके बाद आरु ने अपने मधुर लोकगीतों से वातावरण को उत्साह और उमंग से भर दिया। पारंपरिक धुनों पर झूमते दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं।
भोला की चुटीली कॉमेडी ने हंसी की फुहारें छोड़ीं। उनके तीखे संवाद और हल्के व्यंग्य ने हर उम्र के लोगों को खूब गुदगुदाया।
आयोजन स्थल पर देर रात तक रौनक बनी रही। मितान लोक महोत्सव का उद्देश्य लोककलाओं को नई पीढ़ी तक जीवित रखना और कलाकारों को मंच प्रदान करना है। आयोजकों ने दर्शकों के उत्साह और कलाकारों के जोश के लिए आभार जताया।
कोई टिप्पणी नहीं