सुशील दोषी बोले: क्रिकेट में बरसते पैसे ने खेल की मर्यादा बदल दी: रायपुर: दिग्गज हिंदी कमेंटेटर सुशील दोषी का मानना है कि क्रिकेट में बढ़त...
सुशील दोषी बोले: क्रिकेट में बरसते पैसे ने खेल की मर्यादा बदल दी:
रायपुर: दिग्गज हिंदी कमेंटेटर सुशील दोषी का मानना है कि क्रिकेट में बढ़ती धनराशि ने खेल का पूरा परिदृश्य बदल दिया है। उनका कहना है कि आईपीएल और अन्य लीगों के कारण क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक बड़े उद्योग का रूप ले चुका है।
बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर बोर्ड बन चुका है, और भारत आज क्रिकेट की सुप्रीम पावर है। टीम इंडिया वनडे और टी20 दोनों में नंबर 1 है, लेकिन दोषी का मानना है कि खेल की मर्यादा को बनाए रखना उतना ही जरूरी है, जितना सफलता को हासिल करना।
हिंदी कमेंट्री में गिर रहा स्तर:
दोषी ने खासतौर पर हिंदी कमेंट्री के गिरते स्तर पर चिंता जताई। उनका कहना है कि टीवी पर इस्तेमाल होने वाली भाषा में मर्यादा कम होती जा रही है। कई नए कमेंटेटरों द्वारा ऐसे शब्दों और वाक्यों का प्रयोग किया जा रहा है, जो खेल की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं।
"आज कमेंट्री सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि क्रिकेट की भावना को बनाए रखने के लिए भी होनी चाहिए। लेकिन कुछ कमेंटेटर भाषाई मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं," दोषी ने कहा।
पैसा बढ़ा, पर मूल्यों का पतन न हो:
उन्होंने कहा कि आईपीएल ने क्रिकेट में आर्थिक उछाल लाया है, लेकिन इसका असर खेल की संस्कृति और परंपरा पर नहीं पड़ना चाहिए। पैसे की चकाचौंध में क्रिकेट की मूल भावना और उसकी गरिमा बनी रहनी चाहिए।
क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, यह एक भावना है, और इसे सम्मान देने की जरूरत है।
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