रायपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस अब संगठन के खिलाफ बयानबाजी करने वाले नेताओं पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। हाल ही में हुई कांग्रेस प्रदेश ...
रायपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस अब संगठन के खिलाफ बयानबाजी करने वाले नेताओं पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। हाल ही में हुई कांग्रेस प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में तय किया गया कि निकाय चुनाव के दौरान और उसके बाद पार्टी नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए पहले निलंबन और फिर निष्कासन का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे जल्द ही आलाकमान के पास भेजा जाएगा। वहीं, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत पर भी गाज गिरने की संभावना है, क्योंकि उन्होंने चुनाव परिणामों को लेकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। इस मामले में पीसीसी जल्द ही एआईसीसी को अनुशंसा भेजने वाली है।
बिलासपुर जिलाध्यक्षों को नोटिस:
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि बिलासपुर जिला अध्यक्ष विजय पांडेय और विजय केसरवानी को नोटिस जारी किया जाएगा। इन दोनों नेताओं ने एक कांग्रेस विधायक को निलंबित करने की मांग करते हुए प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखा था, जिसे पार्टी ने अनुशासनहीनता माना है।
प्रदेश कार्यसमिति के इस सख्त रुख से साफ है कि कांग्रेस अब आंतरिक कलह को खत्म कर संगठन को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि अनुशासनहीनता और नेतृत्व की अवहेलना किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि आलाकमान इन अनुशंसाओं पर क्या फैसला लेता है और छत्तीसगढ़ कांग्रेस की राजनीतिक परिस्थितियों पर इसका क्या असर पड़ता है।
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