भारत माला प्रोजेक्ट में 43 करोड़ का घोटाला: SDM-पटवारी के सिंडिकेट ने बैक-डेट पर बनाए दस्तावेज, 78 करोड़ का दिखाया भुगतान: रायपुर : विशाख...
भारत माला प्रोजेक्ट में 43 करोड़ का घोटाला: SDM-पटवारी के सिंडिकेट ने बैक-डेट पर बनाए दस्तावेज, 78 करोड़ का दिखाया भुगतान:
रायपुर : विशाखापट्टनम (वाइजैग) इकोनॉमिक कॉरिडोर के लिए भूमि अधिग्रहण में बड़ा घोटाला सामने आया है। SDM और पटवारी के सिंडिकेट ने जमीन को टुकड़ों में बांटकर 43 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा किया। इस मामले में जगदलपुर नगर निगम कमिश्नर निर्भय साहू को निलंबित कर दिया गया है। खास बात यह है कि इस घोटाले की जांच रिपोर्ट छह महीने पहले तैयार हो चुकी थी, लेकिन अब जाकर कार्रवाई हुई।
कैसे हुआ घोटाला?
भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बन रही सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण किया जा रहा था। जांच में सामने आया कि SDM और पटवारी के गठजोड़ ने बैक-डेट में फर्जी दस्तावेज तैयार कर कई गुना ज्यादा मुआवजा दिखाया। NHAI को 78 करोड़ का भुगतान दिखाया गया, जबकि असल में यह राशि काफी कम थी।
जांच में क्या हुआ खुलासा?
टुकड़ों में जमीन बांटकर ज्यादा भुगतान दिखाया गया।
बैक-डेट में दस्तावेज बनाकर असली मालिकों को ठगा गया।
SDM, पटवारी और अन्य अधिकारियों की मिलीभगत से रकम हेरफेर हुई।
अब तक क्या कार्रवाई हुई?
जांच रिपोर्ट आने के बाद भी 6 महीने तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब जाकर निर्भय साहू को सस्पेंड किया गया है। लेकिन, इस घोटाले में शामिल अन्य अफसरों पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
आगे क्या होगा?
इस घोटाले के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या सिर्फ निलंबन ही पर्याप्त है? क्या घोटाले में शामिल अन्य अफसरों पर भी कार्रवाई होगी? शासन की ओर से मामले की गहन जांच का दावा किया जा रहा है, लेकिन क्या दोषियों को सजा मिलेगी, यह देखना बाकी है।
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