राजधानी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बदहाल: 100 में से 63 सिटी बसें कबाड़, शेष भी अव्यवस्थित: रायपुर: राजधानी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की स्थिति ल...
राजधानी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बदहाल: 100 में से 63 सिटी बसें कबाड़, शेष भी अव्यवस्थित:
रायपुर: राजधानी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। बिना किसी ठोस योजना और रूट मैनेजमेंट के सिटी बसों का संचालन किया जा रहा है। हालात यह हैं कि कोरोना से पहले शहर में चल रही 100 सिटी बसों में से अब 63 कबाड़ बन चुकी हैं, जबकि बाकी 37 बसें भी जरूरत के हिसाब से संचालित नहीं हो रही हैं।
एक साल में 10 और बसें हुईं बेकार
पहले ही 53 सिटी बसें कबाड़ हो चुकी थीं, लेकिन बीते एक साल में 10 और बसें इस सूची में जुड़ गईं। इसका नतीजा यह हुआ कि शहर के प्रमुख मार्गों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
ई-बसों की योजना, लेकिन कब तक?
परिवहन विभाग 100 नई इलेक्ट्रिक बसें लाने की योजना बना रहा है, लेकिन इसकी टाइमलाइन स्पष्ट नहीं है। जब तक ये बसें सड़कों पर नहीं आतीं, तब तक आम जनता को असुविधा का सामना करना पड़ेगा।
योजना की कमी बनी समस्या:
शहर में मौजूदा बसें बिना किसी उचित प्लानिंग के चल रही हैं, जिससे कई क्षेत्रों में यात्रियों को बस सेवा नहीं मिल पा रही है। दूसरी ओर, जहां बसों की आवश्यकता कम है, वहां भी बसें दौड़ रही हैं।
जनता को राहत कब मिलेगी?
लोगों को बेहतर सार्वजनिक परिवहन की उम्मीद है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि कब तक हालात सुधरेंगे। सरकार और प्रशासन को जल्द से जल्द प्रभावी समाधान निकालना होगा, ताकि राजधानी की पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पटरी पर आ सके।
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