लोकतंत्र का उपहास: छह महिलाएं बनीं पंच, शपथ उनके पतियों ने ली: कवर्धा, छत्तीसगढ़ : लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करने के प्रयासों के बावजूद, क...
लोकतंत्र का उपहास: छह महिलाएं बनीं पंच, शपथ उनके पतियों ने ली:
कवर्धा, छत्तीसगढ़ : लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करने के प्रयासों के बावजूद, कई बार ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जो सिस्टम पर सवाल खड़े कर देती हैं। ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के परसवारा गांव में सामने आया है, जहां छह महिला पंचों के निर्वाचित होने के बावजूद, शपथ उनके पतियों ने ली।
घटना का वीडियो सामने आते ही हड़कंप मच गया। प्रशासन ने तुरंत मामले की जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं।
क्या है मामला?
ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान परसवारा में छह महिलाएं पंच चुनी गईं। लेकिन जब शपथ ग्रहण समारोह हुआ, तो महिला प्रतिनिधियों की जगह उनके पतियों ने शपथ ली, जो लोकतांत्रिक मूल्यों का स्पष्ट उल्लंघन है।
इस घटना ने महिला सशक्तिकरण और पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश:
वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महिला नेतृत्व पर सवाल:
गौरतलब है कि पंचायतों में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण होने के बावजूद, कई बार वे केवल "नाम मात्र" की पंच या सरपंच होती हैं, जबकि असली निर्णय उनके पुरुष परिजन लेते हैं।
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि कानूनी तौर पर महिलाओं को अधिकार देने भर से समानता सुनिश्चित नहीं हो सकती, जब तक कि समाज में मानसिकता नहीं बदली जाती।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है और क्या इन महिला पंचों को उनका वास्तविक हक मिल पाएगा या नहीं?
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