दंतेवाड़ा: जिला दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा के आदिवासी विकास शाखा ने बालक आश्रम चेरपाल के अधीक्षक मेघनाथ पुजारी को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के ल...
दंतेवाड़ा: जिला दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा के आदिवासी विकास शाखा ने बालक आश्रम चेरपाल के अधीक्षक मेघनाथ पुजारी को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए नोटिस जारी किया है। यह नोटिस 28 मार्च 2025 को की गई आकस्मिक निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर जारी किया गया है।
जिले के सहायक आयुक्त के. एस. मसराम के निरीक्षण के दौरान अधीक्षक अनुपस्थित पाए गए। साथ ही, आश्रम में निवासरत बच्चों के लिए साफ-सफाई, बिस्तर, कपड़े और कंप्यूटर कक्षा में दी जाने वाली ट्रेनिंग में लापरवाही देखी गई। बच्चों को कंप्यूटर का पर्याप्त प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा था और साफ-सफाई पर भी ध्यान नहीं दिया गया था।
सहायक आयुक्त (आदिवासी विकास) ने इस गैर-जिम्मेदाराना रवैये को गंभीरता से लेते हुए इसे छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3(1)(2)(3) के तहत अनुशासनहीनता करार दिया है। अधीक्षक को 1 अप्रैल 2025 को अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। निर्धारित समय सीमा में स्पष्टीकरण न देने की स्थिति में अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को भी सूचना दी गई है। इसके अलावा, विकासखंड शिक्षा अधिकारी और मंडल संयोजक को भी उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बच्चों के कल्याण और आश्रम में बेहतर प्रबंधन के लिए कोई भी लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।
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