पशुओं में खुरपका-मुंहपका रोग का खतरा: कांकेर में विशेष टीकाकरण अभियान शुरू, कलेक्टर ने दिखाई हरी झंडी: कांकेर: जिले में पशुओं को खतरनाक खु...
पशुओं में खुरपका-मुंहपका रोग का खतरा: कांकेर में विशेष टीकाकरण अभियान शुरू, कलेक्टर ने दिखाई हरी झंडी:
कांकेर: जिले में पशुओं को खतरनाक खुरपका-मुंहपका (FMD) रोग से बचाने के लिए एक महीने का विशेष टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया है। यह अभियान केंद्र सरकार की 'नेशनल एनिमल डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम' (NADCP) के तहत संचालित किया जा रहा है। मंगलवार को कलेक्टर ने हरी झंडी दिखाकर इस अभियान की औपचारिक शुरुआत की।
हजारों पशुओं को मिलेगा सुरक्षा कवच:
इस अभियान के तहत जिले के हजारों मवेशियों को निशुल्क टीकाकरण किया जाएगा। प्रशासन का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक पशुओं को इस रोग से बचाने के लिए उन्हें समय पर टीका लगाया जाए।
पशुपालकों से की गई अपील:
कलेक्टर ने पशुपालकों से अपील की है कि वे अपने lमवेशियों का टीकाकरण अनिवार्य रूप से कराएं, ताकि इस संक्रामक रोग को रोका जा सके। इस दौरान पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने किसानों को इस रोग और उसके रोकथाम के उपायों की जानकारी दी।
क्या है खुरपका-मुंहपका रोग?
खुरपका-मुंहपका (FMD) एक वायरल संक्रमण है, जो गाय, भैंस, बकरी और अन्य पशुओं में तेजी से फैलता है। इससे पशुओं को बुखार, खुर और मुंह में छाले हो जाते हैं, जिससे उनकी खाने-पीने की क्षमता कम हो जाती है और दूध उत्पादन प्रभावित होता है।
प्रशासन का लक्ष्य और अगली कार्रवाई:
इस अभियान के तहत जिले के हर गांव और पंचायत स्तर पर टीकाकरण दल भेजे जाएंगे, ताकि कोई भी पशु इस सुरक्षा कवच से वंचित न रहे। साथ ही, प्रशासन इस अभियान की निरंतर निगरानी करेगा, ताकि इसे सफल बनाया जा सके।
पशुपालकों को मिलेगा सीधा लाभ:
इस अभियान से पशुपालकों को आर्थिक रूप से भी फायदा होगा, क्योंकि स्वस्थ मवेशी बेहतर उत्पादन देंगे और बीमारियों से होने वाले नुकसान से बचा जा सकेगा।
(रिपोर्ट: कांकेर ब्यूरो)
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