गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 50 लाख की साइबर ठगी का पर्दाफाश: चार म्यूल अकाउंट होल्डर्स गिरफ्तार, बिटकॉइन के जरिए हो रहा था लेन-देन: गौरेला-प...
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 50 लाख की साइबर ठगी का पर्दाफाश: चार म्यूल अकाउंट होल्डर्स गिरफ्तार, बिटकॉइन के जरिए हो रहा था लेन-देन:
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही : पुलिस ने साइबर अपराध पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 50 लाख रुपये की ठगी में शामिल चार म्यूल अकाउंट होल्डर्स को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के माध्यम से विदेशी नागरिकों से बिटकॉइन के जरिए अवैध लेन-देन किया जा रहा था।
डॉक्टर भंवर सिंह पोर्ते कॉलेज का पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष भी शामिल:
गिरफ्तार आरोपियों में डॉक्टर भंवर सिंह पोर्ते शासकीय कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष संतोष साहू भी शामिल है। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने अपने बैंक खातों का इस्तेमाल साइबर ठगी के लिए किया, जिसमें विदेशी नागरिकों से बिटकॉइन के माध्यम से पैसा ट्रांसफर किया जाता था और फिर इसे अलग-अलग खातों में भेजा जाता था।
पुलिस की सतर्कता से हुआ खुलासा:
पुलिस को लंबे समय से इस गिरोह की गतिविधियों पर संदेह था। गहन जांच और साइबर ट्रैकिंग के जरिए जब बैंक खातों की जांच की गई, तो इस संगठित ठगी का पर्दाफाश हुआ।
ऐसे होती थी ठगी:
आरोपियों के बैंक खातों को मनी लॉन्ड्रिंग और साइबर ठगी में उपयोग किया जा रहा था।
बिटकॉइन के जरिए विदेशों से धन का आदान-प्रदान किया जाता था।
बाद में इस रकम को अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर ठगी को अंजाम दिया जाता था।
पुलिस की अपील:
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अपने बैंक खातों का उपयोग किसी अज्ञात व्यक्ति या संस्था के कहने पर न करें। साइबर ठगी के मामलों में बैंक खातों की भूमिका अहम होती है, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
आगे की जांच जारी:
फिलहाल, पुलिस इस मामले में अन्य संभावित आरोपियों और इस ठगी से जुड़े बड़े नेटवर्क की जांच कर रही है। अधिकारियों का मानना है कि इस गिरोह के तार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जुड़े हो सकते हैं।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से साइबर ठगी के गिरोहों को करारा झटका लगा है।
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