छत्तीसगढ़ को मिला पहला विशाल पक्षी घर: 2000 पक्षियों के लिए सुरक्षित आशियाना: रायपुर: छत्तीसगढ़ में पक्षी संरक्षण की दिशा में एक अनूठी पहल...
छत्तीसगढ़ को मिला पहला विशाल पक्षी घर: 2000 पक्षियों के लिए सुरक्षित आशियाना:
रायपुर: छत्तीसगढ़ में पक्षी संरक्षण की दिशा में एक अनूठी पहल की गई है। राजधानी रायपुर के पास कुम्हारी और परसदा गांव के बीच गौ सेवा समर्पण समिति द्वारा एक भव्य पक्षी घर का निर्माण किया गया है। यह पक्षी घर लगभग 60 फीट ऊंचा है और इसमें 768 घोंसले बनाए गए हैं, जिसमें करीब 2000 पक्षी एक साथ रह सकते हैं।
इस विशेष पक्षी घर का निर्माण ‘विश्व गीता गौधाम’ में किया गया है, जो कि एक निर्माणाधीन गौशाला है। इस पहल का उद्देश्य पक्षियों को प्राकृतिक और सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है, जिससे वे शहरीकरण और पेड़ों की कटाई के कारण अपने आवास खोने की समस्या से बच सकें।
पक्षियों के लिए स्वर्ग बना पक्षी घर:
गौ सेवा समर्पण समिति के सदस्यों का कहना है कि यह पक्षी घर खासतौर पर उन पक्षियों के लिए बनाया गया है, जो प्राकृतिक घोंसलों की कमी से जूझ रहे हैं। यह संरचना पक्षियों को भोजन, पानी और शरण प्रदान करेगी, जिससे उनकी संख्या को संरक्षित करने में मदद मिलेगी।
प्राकृतिक संतुलन और पर्यावरण संरक्षण की पहल:
विशेषज्ञों के अनुसार, यह पक्षी घर पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगा। पक्षी न केवल जैव विविधता को बनाए रखते हैं, बल्कि कीट नियंत्रण, परागण और प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र को भी संतुलित करने में मदद करते हैं। इस पहल से आने वाले वर्षों में स्थानीय पक्षी प्रजातियों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है।
स्थानीय लोगों और पर्यावरण प्रेमियों की सराहना:
गौ सेवा समर्पण समिति की इस पहल को स्थानीय लोगों और पर्यावरण प्रेमियों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। वे इसे एक प्रेरणादायक प्रयास मान रहे हैं, जो अन्य राज्यों के लिए भी एक मिसाल बन सकता है।
यह अनूठी पहल न केवल पक्षियों को आश्रय देगी, बल्कि इंसानों और प्रकृति के बीच सामंजस्य को भी प्रोत्साहित करेगी। उम्मीद है कि आने वाले समय में इस तरह की और परियोजनाएं छत्तीसगढ़ और देश के अन्य हिस्सों में भी देखने को मिलेंगी।
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