सरकार बदलते ही सफाई ठेके को लेकर टकराव, ठेकेदारों की बदली की तैयारी: रायपुर : राजधानी के नगर निगम में सरकार बदलते ही सफाई ठेके को लेकर नय...
सरकार बदलते ही सफाई ठेके को लेकर टकराव, ठेकेदारों की बदली की तैयारी:
रायपुर : राजधानी के नगर निगम में सरकार बदलते ही सफाई ठेके को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। नगर निगम के 70 वार्डों में से 30 से ज्यादा नए पार्षद पहली बार चुनाव जीतकर आए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं। इस वजह से उनके परिवार के सदस्य, खासकर उनके पति, वार्डों के कामकाज में दखल देने लगे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, अधिकांश नए पार्षद अपने वार्डों में सफाई व्यवस्था को लेकर असंतुष्ट हैं और ठेकेदारों को बदलने की मांग कर रहे हैं। पिछले एक महीने में नगर निगम ने इस मुद्दे पर कई बैठकें की हैं, जिसमें कई पार्षदों ने आरोप लगाया कि पुराने ठेकेदार काम सही तरीके से नहीं कर रहे हैं।
अधिकारियों पर दबाव, नई निविदाओं की तैयारी
निगम प्रशासन पर नए पार्षदों का दबाव बढ़ गया है। कई वार्डों में पार्षदों और ठेकेदारों के बीच कहासुनी तक हो चुकी है। नगर निगम सूत्रों का कहना है कि अब ज्यादातर वार्डों में सफाई का ठेका नए ठेकेदारों को देने की तैयारी हो रही है। जल्द ही नई निविदाएं जारी की जा सकती हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “सरकार बदलने के बाद पार्षद अपने प्रभाव वाले ठेकेदारों को लाना चाहते हैं। हम पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि कोई पक्षपात न हो।”
ठेकेदारों की नाराजगी, हड़ताल की चेतावनी:
पुराने ठेकेदार इस बदलाव से नाराज हैं। उनका कहना है कि सरकार बदलने के बाद सफाई व्यवस्था में अनावश्यक हस्तक्षेप किया जा रहा है। कुछ ठेकेदारों ने चेतावनी दी है कि अगर बिना ठोस कारणों के उनके ठेके रद्द किए गए, तो वे हड़ताल कर सकते हैं।
अगले कुछ दिनों में बड़ा फैसला संभव:
नगर निगम प्रशासन अगले कुछ दिनों में इस मुद्दे पर बड़ा फैसला ले सकता है। यदि ठेकेदार बदले जाते हैं, तो सफाई व्यवस्था पर असर पड़ सकता है। वहीं, पार्षद अपने वार्डों में बेहतर सफाई व्यवस्था का दावा कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि नगर निगम इस विवाद को कैसे सुलझाता है।
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