कुत्तों के बढ़ते हमले पर सख्त एक्शन: कलेक्टरों को दिए गए कड़े निर्देश, नसबंदी पर जोर: रायपुर: प्रदेश में बढ़ते कुत्तों के हमले अब गंभीर चि...
कुत्तों के बढ़ते हमले पर सख्त एक्शन: कलेक्टरों को दिए गए कड़े निर्देश, नसबंदी पर जोर:
रायपुर: प्रदेश में बढ़ते कुत्तों के हमले अब गंभीर चिंता का विषय बन गए हैं। बीते एक साल में 1 लाख 19 हजार 928 लोगों को कुत्तों ने काट लिया, जबकि कोरबा, राजनांदगांव और बलौदाबाजार में इन हमलों के कारण तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने सभी जिला कलेक्टरों और नगर निकायों को सख्त निर्देश दिए हैं कि आवारा कुत्तों की नसबंदी को तेज किया जाए। आयोग ने स्पष्ट कहा है कि यदि इस पर तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले समय में यह और विकराल रूप ले सकता है।
नगर निकायों को दिए गए विशेष निर्देश:
मानवाधिकार आयोग ने नगर निगमों और स्थानीय प्रशासन से कहा है कि:
आवारा कुत्तों की सुनियोजित नसबंदी कर उनकी संख्या को नियंत्रित किया जाए।
प्रभावित क्षेत्रों में वैक्सीनेशन अभियान चलाया जाए ताकि रैबीज जैसी घातक बीमारी पर रोक लगाई जा सके।
नगर निकाय सड़क पर घूम रहे हिंसक कुत्तों की पहचान कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजें।
कुत्तों के हमले से प्रभावित लोगों के इलाज की निशुल्क व्यवस्था की जाए।
विश्व नसबंदी दिवस पर विशेष अभियान:
गौरतलब है कि मंगलवार को विश्व नसबंदी दिवस मनाया जाएगा, और इसी अवसर पर राज्य में बड़े स्तर पर नसबंदी अभियान चलाने की योजना बनाई जा रही है। सरकार ने इस अभियान को प्रभावी बनाने के लिए अतिरिक्त संसाधन और बजट भी जारी करने पर विचार किया है।
जनता से भी की गई अपील:
राज्य सरकार और प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे आवारा कुत्तों को अनावश्यक रूप से न खिलाएं और यदि किसी क्षेत्र में कुत्तों का आतंक बढ़ रहा है, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
सरकार के इन कड़े कदमों से उम्मीद है कि कुत्तों के बढ़ते हमलों पर जल्द ही लगाम लगेगी और प्रदेश में सुरक्षित माहौल बनेगा।
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