नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पंचायत चुनाव पर सन्नाटा, दो हत्याओं के बाद सहमे ग्रामीण: दंतेवाड़ा: नगरीय निकाय चुनाव के बाद अब गांव की सरकार...
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पंचायत चुनाव पर सन्नाटा, दो हत्याओं के बाद सहमे ग्रामीण:
दंतेवाड़ा: नगरीय निकाय चुनाव के बाद अब गांव की सरकार चुनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हालांकि, जहां एक ओर कस्बों और अन्य सुरक्षित इलाकों में चुनावी सरगर्मी जोरों पर है, वहीं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भय और सन्नाटा पसरा हुआ है।
हाल ही में दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर और ककाड़ी गांव में दो दिनों के भीतर दो हत्याएं हुईं, जिससे इलाके में दहशत फैल गई है। चुनावी प्रक्रिया में पहले जहां पंचायतों में उत्साह नजर आ रहा था, वहीं अब इन घटनाओं के बाद ग्रामीण सहमे हुए हैं।
स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है, लेकिन नक्सली गतिविधियों के चलते प्रत्याशी और मतदाता दोनों ही असमंजस में हैं। चुनाव आयोग और प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाने के दावे किए जा रहे हैं, पर इन घटनाओं के बाद ग्रामीण क्षेत्र में चुनावी माहौल ठंडा पड़ गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि नक्सली संगठन लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं। बावजूद इसके, प्रशासन यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि भयमुक्त वातावरण में चुनाव संपन्न हो सके।
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