सामाजिक जागरूकता में गहिरा गुरु की महत्वपूर्ण भूमिका: जनजातीय बच्चे संस्कृत सीख रहे, मुख्यमंत्री ने सराहा रायगढ़ : जनजातीय समुदाय में शिक्...
सामाजिक जागरूकता में गहिरा गुरु की महत्वपूर्ण भूमिका: जनजातीय बच्चे संस्कृत सीख रहे, मुख्यमंत्री ने सराहा
रायगढ़ : जनजातीय समुदाय में शिक्षा और संस्कृति के प्रति बढ़ती जागरूकता में संत गहिरा गुरु की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हाल ही में, जनजातीय समुदाय के बच्चों द्वारा संस्कृत पढ़ने की बढ़ती रुचि पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह न केवल शिक्षा के प्रति जागरूकता को दर्शाता है, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखने की दिशा में एक सकारात्मक कदम भी है।
गहिरा गुरु का समाज में योगदान अद्वितीय रहा है, उन्होंने जनजातीय समाज को शिक्षा, संस्कृति और आध्यात्मिकता से जोड़ने का कार्य किया है। संस्कृत जैसी प्राचीन भाषा का अध्ययन जनजातीय बच्चों को उनके बौद्धिक और सांस्कृतिक विकास में सहायक सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे समाज में समरसता बढ़ेगी और नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गहिरा गुरु आश्रम में की पूजा-अर्चना, प्रदेशवासियों की समृद्धि की कामना:
मंगलवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय लैलूंगा के एक गांव में स्थित गहिरा गुरु आश्रम पहुंचे। यहां उन्होंने श्री विष्णु महायज्ञ में सम्मिलित होकर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की। इस पावन अवसर पर मुख्यमंत्री ने संत गहिरा गुरु जी के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत गहिरा गुरु जी ने समाज में शिक्षा, आध्यात्म और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने का कार्य किया है। उनके विचार आज भी समाज को दिशा दिखा रहे हैं। उन्होंने जनजातीय समुदाय में संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण के लिए जो योगदान दिया, वह अमूल्य है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने आश्रम में मौजूद श्रद्धालुओं और संत समाज से भी मुलाकात की। उन्होंने आश्रम में चल रही संस्कृत शिक्षा की सराहना करते हुए कहा कि यह नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति और मूल्यों से जोड़ने का एक सकारात्मक प्रयास है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार आश्रम और शिक्षा से जुड़े कार्यक्रमों को हर संभव समर्थन देगी, जिससे जनजातीय समाज के लोग मुख्यधारा से जुड़ सकें और उनकी प्रगति हो।
इस धार्मिक आयोजन में स्थानीय जनप्रतिनिधि, संत समाज और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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