छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर अवैध वसूली: विरोध करने पर ट्रक ड्राइवरों से मारपीट, एक चालक ने की आत्महत्या की कोशिश: राजनांदगांवः छत्तीसगढ़-...
छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर अवैध वसूली: विरोध करने पर ट्रक ड्राइवरों से मारपीट, एक चालक ने की आत्महत्या की कोशिश:
राजनांदगांवः छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर अवैध वसूली का विरोध करने पर ट्रक चालकों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। आरोप है कि जब कुछ ट्रक ड्राइवरों ने अवैध वसूली का विरोध किया, तो उनसे बदसलूकी की गई और मारपीट की गई।
घटना के बाद तनाव इतना बढ़ गया कि एक ट्रक चालक ने आत्महत्या की कोशिश की। समय रहते उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
स्थानीय ट्रक ऑपरेटरों का कहना है कि सीमा पर गुंडागर्दी और अवैध वसूली लंबे समय से चल रही है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही। ट्रांसपोर्टर्स ने प्रशासन से अवैध वसूली पर सख्त रोक लगाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है। प्रशासन का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
राजनांदगांव: पाटेकोहरा आरटीओ चेक पोस्ट पर अवैध वसूली, विरोध करने पर ट्रक ड्राइवरों से मारपीट:
राजनांदगांव: छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर स्थित पाटेकोहरा आरटीओ चेक पोस्ट पर अवैध वसूली का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि यहां तैनात निजी कर्मचारी ट्रक चालकों से 200 से 500 रुपए तक की जबरन वसूली कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, जब कुछ ट्रक चालकों ने इस अवैध वसूली का विरोध किया, तो उनसे बदसलूकी की गई और मारपीट तक की गई। हालात इतने बिगड़ गए कि एक ट्रक चालक ने मानसिक तनाव में आकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
ट्रक ऑपरेटरों का आक्रोश, प्रशासन से की कार्रवाई की मांग:
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि यह गुंडागर्दी लंबे समय से चल रही है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही। इससे रोजाना हजारों ट्रक चालक परेशान हो रहे हैं और आर्थिक नुकसान झेल रहे हैं।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश:
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस और परिवहन विभाग की टीमें इस पूरे मामले की छानबीन कर रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
ट्रांसपोर्ट यूनियन ने दी चेतावनी:
इस घटना के बाद ट्रांसपोर्ट यूनियन ने साफ कहा है कि अगर जल्द ही अवैध वसूली पर रोक नहीं लगाई गई और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
स्थिति को देखते हुए प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा है। अब देखना यह होगा कि क्या वाकई कोई ठोस कार्रवाई होती है या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं