करंट से हाथियों का शिकार: वन विभाग की नाकामी या संगठित अपराध? रायपुर: देश में हाथियों के संरक्षण के लिए बीते 10 वर्षों में 150 करोड़ रुपए ...
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करंट से हाथियों का शिकार: वन विभाग की नाकामी या संगठित अपराध?
रायपुर: देश में हाथियों के संरक्षण के लिए बीते 10 वर्षों में 150 करोड़ रुपए खर्च किए गए, लेकिन नतीजे चिंताजनक हैं। शिकारियों द्वारा करंट लगाकर हाथी मारने का नया ट्रेंड उभर रहा है। बीते 10 वर्षों में 167 हाथी मारे गए, जिनमें से 62 की मौत बिजली के करंट से हुई।
वन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद यह खतरा कम नहीं हो रहा। संरक्षण योजनाओं के बावजूद शिकारियों की सक्रियता सवाल खड़े कर रही है। क्या यह वन विभाग की लापरवाही है या संगठित शिकारियों का बेखौफ नेटवर्क?
सरकार को अब कड़े कदम उठाने होंगे ताकि जंगल के इन अभिभावकों को बचाया जा सके।
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