व्हीलचेयर की कमी से बढ़ी परेशानियां, बुजुर्गों को वॉकर के सहारे ले जाना पड़ा, 3 घंटे बाद पहुंची व्हीलचेयर: छत्तीसगढ़ : के कांकेर जिले के ...
व्हीलचेयर की कमी से बढ़ी परेशानियां, बुजुर्गों को वॉकर के सहारे ले जाना पड़ा, 3 घंटे बाद पहुंची व्हीलचेयर:
छत्तीसगढ़ : के कांकेर जिले के चारामा जनपद पंचायत के माहुद मतदान केंद्र में दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं को बुनियादी सुविधाओं के अभाव में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। प्रशासन की लापरवाही के कारण मतदान केंद्र में व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं थी, जिससे दिव्यांग मतदाताओं को वॉकर (स्ट्रेचर जैसा उपकरण) के सहारे मतदान केंद्र तक पहुंचाया गया।
स्थानीय लोगों और मतदाताओं की शिकायत के बावजूद प्रशासन ने तुरंत कोई व्यवस्था नहीं की। करीब 3 घंटे बाद व्हीलचेयर मतदान केंद्र तक पहुंची, लेकिन तब तक कई बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता भारी परेशानी का सामना कर चुके थे।
मतदाताओं की शिकायत, सुविधा देने में प्रशासन असफल:
मतदान करने पहुंचे बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं ने नाराजगी जताते हुए कहा कि चुनाव के दौरान प्रशासन को पूरी तैयारी रखनी चाहिए थी। मतदाताओं ने सवाल उठाया कि जब दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुविधाओं की घोषणा की जाती है, तो फिर जमीनी स्तर पर उनकी व्यवस्था क्यों नहीं होती?
प्रशासन की लापरवाही से मतदाताओं को हुई दिक्कत:
स्थानीय लोगों का कहना है कि हर चुनाव में दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाओं का दावा किया जाता है, लेकिन हकीकत कुछ और होती है। माहुद मतदान केंद्र पर व्हीलचेयर जैसी जरूरी सुविधा समय पर न होना प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है।
मतदाताओं की मांग है कि भविष्य में ऐसी लापरवाहियों से बचने के लिए प्रशासन पहले से पूरी तैयारी करे, ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में किसी भी मतदाता को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
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