पूर्व मंत्री कवासी लखमा की जमानत पर आज फैसला: बेल मिलेगी या जेल? छत्तीसगढ़ : के बहुचर्चित शराब घोटाले में फंसे पूर्व मंत्री कवासी लखमा की...
पूर्व मंत्री कवासी लखमा की जमानत पर आज फैसला: बेल मिलेगी या जेल?
छत्तीसगढ़ : के बहुचर्चित शराब घोटाले में फंसे पूर्व मंत्री कवासी लखमा की जमानत याचिका पर आज कोर्ट में सुनवाई होगी। आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने इस घोटाले में लखमा को आरोपी बनाया है, जिसके बाद उन्होंने EOW कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है।
आज की सुनवाई में तय होगा कि उन्हें जमानत मिलेगी या जेल भेजा जाएगा। इस मामले पर राज्य की राजनीति भी गरमाई हुई है, क्योंकि विपक्ष सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगा रहा है। वहीं, सरकार का कहना है कि कानून के दायरे में रहकर जांच हो रही है।
अब देखना होगा कि कोर्ट का फैसला लखमा के पक्ष में जाता है या उनके लिए मुश्किलें बढ़ती हैं।
शराब घोटाले में बंद पूर्व मंत्री कवासी लखमा की न्यायिक रिमांड आज खत्म, कोर्ट में होगी पेशी:
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की न्यायिक रिमांड आज (मंगलवार) को समाप्त हो रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें इस मामले में गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से वे पिछले 14 दिनों से रायपुर जेल में बंद हैं।
आज ईडी उन्हें स्पेशल कोर्ट में पेश करेगी, जहां उनकी आगे की रिमांड या जमानत पर फैसला हो सकता है। इस बीच, लखमा के वकील ने अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दाखिल की है। कोर्ट के फैसले पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं, क्योंकि यह मामला राजनीतिक और कानूनी रूप से बेहद अहम माना जा रहा है।
क्या पूर्व मंत्री को राहत मिलेगी या जेल में और दिन बिताने होंगे? इसका फैसला आज स्पेशल कोर्ट में होगा।
शराब घोटाला: पूर्व मंत्री कवासी लखमा की न्यायिक रिमांड आज खत्म, कोर्ट में होगी पेशी:
छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की न्यायिक रिमांड आज (4 फरवरी) को समाप्त हो रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें 21 जनवरी को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद 7 दिन की रिमांड पूरी होने पर कोर्ट ने उन्हें 4 फरवरी तक न्यायिक रिमांड पर भेज दिया था।
अब, ईडी लखमा को स्पेशल कोर्ट में पेश करेगी, जहां उनकी आगे की रिमांड, जमानत या जेल में रहने पर फैसला होगा। इस बीच, लखमा के वकील ने अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दाखिल की है।
इस मामले पर राजनीतिक हलकों में भी हलचल तेज है। अब देखना होगा कि कोर्ट का फैसला लखमा को राहत देगा या उनकी मुश्किलें और बढ़ेंगी।
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