बीजापुर: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अपने अंतिम दौर में पहुंच चुका है। सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई से बौखलाए नक्सली अब निर्दोष ग्रामीणों को न...
बीजापुर: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अपने अंतिम दौर में पहुंच चुका है। सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई से बौखलाए नक्सली अब निर्दोष ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं। इसी कड़ी में बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के बुड़गीचेरु गांव में नक्सलियों ने दो ग्रामीणों को अगवा कर उनकी निर्मम हत्या कर दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार रात बुड़गीचेरु के राजू कारम और मुन्ना माडवी को नक्सलियों ने उनके घर से अगवा किया और जंगल में ले जाकर उनकी हत्या कर दी। घटना की सूचना मिलने के बाद स्वजनों ने तर्रेम थाना में इसकी जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस बल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है। हालांकि, अब तक इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।बुड़गीचेरु गांव नक्सलियों के सबसे मजबूत गढ़ों में से एक है और यह दक्षिण बस्तर डिवीजन के प्रभाव क्षेत्र में आता है। यहां नक्सलियों की देश की इकलौती बटालियन भी सक्रिय है। हाल के दिनों में सुरक्षाबलों ने इस इलाके में 10 से अधिक नए कैंप स्थापित किए हैं, जिससे नक्सली बैकफुट पर आ गए हैं।
सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले एक महीने में हुई मुठभेड़ों में 30 से अधिक नक्सली मारे गए हैं। इससे बौखलाए नक्सली अब निर्दोष ग्रामीणों को अपना निशाना बना रहे हैं, ताकि क्षेत्र में अपना खोता हुआ वर्चस्व बचा सकें।
राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियां लगातार नक्सल उन्मूलन अभियान को गति दे रही हैं। स्थानीय प्रशासन भी ग्रामीणों को सुरक्षा प्रदान करने और नक्सलियों के खिलाफ जनजागरण अभियान चलाने में जुटा है। बीजापुर और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है, ताकि निर्दोष लोगों को नक्सली आतंक से बचाया जा सके।
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ अंतिम लड़ाई तेज हो चुकी है। लगातार हो रही मुठभेड़ों और सुरक्षाबलों की कड़ी कार्रवाई से यह साफ है कि नक्सलवाद की जड़ें अब कमजोर पड़ चुकी हैं और जल्द ही यह समस्या पूरी तरह खत्म हो सकती है।
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