जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही: प्रसव वार्ड में बदले नवजात, कलेक्टर ने बनाई जांच टीम: दुर्ग: के जिला अस्पताल में लापरवाही का चौंकाने वाला...
जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही: प्रसव वार्ड में बदले नवजात, कलेक्टर ने बनाई जांच टीम:
दुर्ग: के जिला अस्पताल में लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। प्रसव वार्ड में नवजात बच्चों की अदला-बदली हो गई, जिससे दो परिवारों में हड़कंप मच गया। हिंदू परिवार के बच्चे को मुस्लिम मां को सौंप दिया गया, जबकि मुस्लिम परिवार के नवजात को हिंदू मां को दे दिया गया।
मामले का खुलासा तब हुआ जब दोनों परिवारों को शंका हुई और डीएनए जांच की मांग उठी। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े होते ही कलेक्टर ने तुरंत एक जांच टीम गठित कर दी है।
परिजनों का आरोप है कि अस्पताल स्टाफ की गलती से यह भ्रम पैदा हुआ, जिससे परिवारों को मानसिक तनाव झेलना पड़ा। कलेक्टर ने कहा कि मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
फिलहाल, अस्पताल प्रशासन इस चूक को सुधारने में जुटा है, लेकिन इस घटना ने सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही: नवजातों की अदला-बदली, परिजन पहुंचे शिकायत लेकर:
दुर्ग जिला अस्पताल के मदर चाइल्ड वार्ड में चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है। अस्पताल स्टाफ की गलती से दो नवजात बच्चों की अदला-बदली हो गई, जिससे दोनों परिवारों में हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार, कुरैशी परिवार का बच्चा सिंह परिवार के पास पहुंच गया, जबकि सिंह परिवार का नवजात कुरैशी परिवार को सौंप दिया गया।
जब दोनों परिवारों को संदेह हुआ, तो उन्होंने तुरंत अस्पताल प्रशासन से शिकायत की और अपने असली बच्चे की मांग की। इस गड़बड़ी से परिजन नाराज हो गए और अस्पताल प्रबंधन से जवाबदेही की मांग की।
सूचना मिलते ही कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम गठित कर दी है। अस्पताल प्रशासन ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है और गलती सुधारने का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने सरकारी अस्पतालों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सभी की नजरें प्रशासन की कार्रवाई और दोषियों पर संभावित सख्त कदमों पर टिकी हैं।
कोई टिप्पणी नहीं