बीजापुर: बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के नक्सल विरोधी अभियानों के चलते लगातार हार का सामना कर रहे नक्सली अब बौखला गए हैं। अपनी पकड़ कमजोर...
बीजापुर: बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के नक्सल विरोधी अभियानों के चलते लगातार हार का सामना कर रहे नक्सली अब बौखला गए हैं। अपनी पकड़ कमजोर होती देख उन्होंने दहशत फैलाने की कायराना हरकत करते हुए एक निर्दोष आदिवासी ग्रामीण की हत्या कर दी। घटना भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के केशामुंडी गांव की है, जहां 26 जनवरी की शाम नक्सलियों ने 41 वर्षीय भदरू सोढ़ी की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी और उसकी लाश को सड़क पर फेंक दिया।
पुलिस ने घटनास्थल से नक्सलियों के भैरमगढ़ एरिया कमेटी की ओर से जारी एक पर्चा बरामद किया है। इसमें मृतक पर सलवा जुड़ूम में काम करने और पुलिस को जानकारी देने के आरोप लगाए गए हैं।ग्रामीणों में दहशत फैलाने की कोशिश:
नक्सली अपनी खोती जमीन और वर्चस्व को बनाए रखने के लिए निर्दोष ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं। बीजापुर में हालिया सुरक्षा कैंपों के निर्माण और लगातार हो रही मुठभेड़ों में बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने से उनका आधार क्षेत्र सिमट रहा है। पुलिस ने बताया कि इस साल अब तक 48 नक्सली मारे जा चुके हैं, जिसमें कई शीर्ष नेता भी शामिल हैं।
इस साल की बड़ी मुठभेड़ें:
- 3 जनवरी: गरियाबंद जिले में तीन नक्सली मारे गए।
- 16 जनवरी: बीजापुर-तेलंगाना सीमा पर 18 नक्सली ढेर।
- 21 जनवरी: छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर 16 नक्सलियों का खात्मा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2024 में आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ नक्सलवाद खत्म करने की रणनीति बनाई थी। उन्होंने 2026 तक देश को नक्सलवाद मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। इस मिशन के तहत सीआरपीएफ, कोबरा बल, डीआरजी और राज्यों की पुलिस समेत 15 टास्क फोर्स अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं।
पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे नक्सलियों के दबाव में न आएं। सुरक्षा बल क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने और निर्दोष लोगों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। ग्रामीणों को आश्वस्त किया गया है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई जारी है, और सरकार का संकल्प इसे जड़ से खत्म करने का है।
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