सीएम हाउस घेराव का ऐलान: भीम आर्मी के नेतृत्व में आंदोलन की तैयारी तेज: रायपुर: छत्तीसगढ़ में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है। भीम आर्मी ...
सीएम हाउस घेराव का ऐलान: भीम आर्मी के नेतृत्व में आंदोलन की तैयारी तेज:
रायपुर: छत्तीसगढ़ में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है। भीम आर्मी के सुप्रीमो चंद्रशेखर आजाद ने 20 फरवरी को सीएम हाउस के घेराव का ऐलान किया है। यह घोषणा उन्होंने राज्य में दलित समुदाय के अधिकारों और सामाजिक न्याय की मांग को लेकर की है। चंद्रशेखर ने अपने बयान में कहा कि सरकार दलित समुदाय की समस्याओं को अनदेखा कर रही है, और उनकी मांगों को लेकर यह आंदोलन आवश्यक हो गया है।
डिप्टी सीएम ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है और सभी वर्गों की समस्याओं का समाधान करना उसकी प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी अपील की कि सभी आंदोलनकारी शांति बनाए रखें और अपनी मांगों को संवैधानिक तरीके से प्रस्तुत करें।
चंद्रशेखर आजाद ने जनता से इस आंदोलन में शामिल होने की अपील की है। उनका कहना है कि यह केवल एक समुदाय का नहीं, बल्कि समानता और न्याय के लिए पूरे समाज का आंदोलन है। भीम आर्मी इस प्रदर्शन को लेकर पूरे राज्य में जनसंपर्क अभियान चला रही है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह आंदोलन राज्य सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है। देखना यह होगा कि सरकार और भीम आर्मी के बीच इस मुद्दे पर संवाद संभव हो पाता है या नहीं।
20 फरवरी को सीएम हाउस का घेराव करेगी भीम आर्मी: चंद्रशेखर आजाद का बड़ा ऐलान:
रायपुर: भीम आर्मी के संस्थापक और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने का ऐलान किया है। आजाद ने यह घोषणा रायपुर सेंट्रल जेल का दौरा करने के बाद की, जहां वे बलौदा बाजार अग्निकांड के मामले में जेल में बंद आरोपियों से मिलने पहुंचे थे।
मुलाकात के बाद चंद्रशेखर आजाद ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार दलित और वंचित वर्ग के अधिकारों की उपेक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि बलौदा बाजार अग्निकांड में निर्दोष लोगों को फंसाया गया है और प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष जांच करने में विफल रहा है।
आजाद ने 20 फरवरी को मुख्यमंत्री निवास के घेराव का ऐलान करते हुए इसे सामाजिक न्याय और अधिकारों की लड़ाई बताया। उन्होंने जनता से इस आंदोलन में शामिल होने की अपील की और इसे दलित समुदाय की आवाज उठाने का महत्वपूर्ण कदम बताया।
इस घोषणा के बाद राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। भीम आर्मी ने पूरे राज्य में इस घेराव के लिए जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। दूसरी ओर, सरकार ने अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन डिप्टी सीएम ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह आंदोलन राज्य सरकार के लिए एक नई चुनौती हो सकता है। अब यह देखना होगा कि सरकार और भीम आर्मी के बीच कोई समाधान निकल पाता है या यह आंदोलन बड़े स्तर पर उभरता है।
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