जगदलपुर : हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की दिव्य परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए हर वर्ष आयोजित होने वाले स्वरागिनी के विशेष कार्यक्रम में इस ब...
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जगदलपुर : हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की दिव्य परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए हर वर्ष आयोजित होने वाले स्वरागिनी के विशेष कार्यक्रम में इस बार शास्त्रीय संगीत प्रेमियों को एक अविस्मरणीय अनुभव प्राप्त होगा। 28 दिसंबर की शाम लागू वाटिका में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में विश्वप्रसिद्ध सितार वादक शुभ्रनिल सरकार मुख्य आकर्षण होंगे।
• इटावा घराने की परंपरा के ध्वजवाहक :
शुभ्रनिल सरकार, जिन्हें युवा पीढ़ी के सबसे होनहार सितारवादकों में गिना जाता है, इटावा घराने (इमदादखानी घराना) के एक समर्पित प्रतिनिधि हैं। संगीत की बारीकियों को उन्होंने 6 वर्ष की आयु से सीखना शुरू किया और वर्ष 2000 में पद्मश्री उस्ताद शाहिद परवेज खान के शिष्य बनकर उन्होंने संगीत में नए आयाम स्थापित किए। उनकी प्रस्तुतियों में शास्त्रीय संगीत की परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
• वैश्विक मंचों पर पहचान :
शुभ्रनिल ने न केवल भारत बल्कि अमेरिका, यूरोप, मैक्सिको और दक्षिण-पूर्व एशिया के मंचों पर अपनी कला का प्रदर्शन कर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति अर्जित की है। उनके संगीत के सफर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में उस्ताद शाहिद परवेज खान के साथ प्रस्तुति देना शामिल है।
• संगीत संध्या का आकर्षण :
शुभ्रनिल सरकार के साथ इस कार्यक्रम में तबले पर संगत करेंगे पुणे के प्रसिद्ध तबला वादक दिपिन दास, जो फर्रुखाबाद घराने से हैं। इसके अतिरिक्त, बनारस घराने के प्रवीण मिश्रा अपनी गायकी से कार्यक्रम को और भी सुरमयी बनाएंगे।
• संगीत प्रेमियों के लिए निमंत्रण :
आयोजक संस्था स्वरागिनी ने बस्तर के सभी संगीत प्रेमियों से अपील की है कि वे इस सुरमयी संगीत संध्या का हिस्सा बनें और शास्त्रीय संगीत की अनुपम परंपरा का आनंद लें। कार्यक्रम शाम 6 बजे से शुरू होगा और इसमें प्रवेश सभी के लिए निःशुल्क रहेगा।
यह आयोजन शास्त्रीय संगीत के प्रेमियों के लिए एक ऐसा अवसर होगा, जो लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
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