सेहत: आजकल ग्लूटन सेंसिटिविटी और सेलियक डिजीज जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए ग्लूटन फ्री डाइट एक प्रभावी समाधान बनती जा रही है। वि...
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सेहत: आजकल ग्लूटन सेंसिटिविटी और सेलियक डिजीज जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए ग्लूटन फ्री डाइट एक प्रभावी समाधान बनती जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस डाइट को अपनाने से न केवल पाचन तंत्र को राहत मिलती है, बल्कि शरीर की कई अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।
क्या है ग्लूटन और ग्लूटन फ्री डाइट?
ग्लूटन एक प्रकार का प्रोटीन है, जो गेहूं, जौ, राई और अन्य अनाजों में पाया जाता है। यह एक बाइंडिंग और फ्लेवरिंग एजेंट के रूप में कार्य करता है। लेकिन जिन लोगों को सेलियक डिजीज या ग्लूटन सेंसिटिविटी होती है, उनके लिए यह हानिकारक साबित होता है।
ग्लूटन फ्री डाइट का मतलब है कि आपके खाने में किसी भी रूप में ग्लूटन मौजूद न हो। यह डाइट आंतों की सूजन और संक्रमण को कम करने में मदद करती है।
ग्लूटन सेंसिटिविटी के लक्षण
पाचन समस्याएं: गैस, ब्लोटिंग और अपच।
जोड़ों का दर्द: ग्लूटन से बढ़ने वाली इन्फ्लेमेशन जोड़ों को प्रभावित कर सकती है।
स्किन प्रॉब्लम्स: एक्जिमा और सोरायसिस जैसी समस्याएं।
थकान और लो एनर्जी: ग्लूटन इनटोलरेंस से ऊर्जा स्तर कम हो जाता है।
सिरदर्द और डिप्रेशन: खराब गट हेल्थ से मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है।
ग्लूटन फ्री डाइट के फायदे
1. पाचन तंत्र में सुधार: ब्लोटिंग और गैस की समस्याएं कम होती हैं।
2. स्किन हेल्थ बेहतर: एक्जिमा और सोरायसिस के लक्षणों में कमी आती है।
3. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार: डिप्रेशन के लक्षण कम हो सकते हैं।
4. एनर्जी लेवल में वृद्धि: थकान और लो एनर्जी की समस्या खत्म होती है।
5. इम्यून सिस्टम पर प्रभाव: इन्फ्लेमेशन और इम्यून रिएक्शन में कमी।
कैसे जानें कि आपको ग्लूटन से एलर्जी है?
अगर पेट से जुड़ी समस्याएं बार-बार होती हैं, तो गेहूं के आटे से बनी चीजों को एक महीने तक अपनी डाइट से हटा दें। अगर फर्क महसूस हो, तो डॉक्टर से सलाह लें और ग्लूटन एलर्जी के लिए टेस्ट कराएं।
ग्लूटन फ्री डाइट में क्या शामिल करें?
चावल और बाजरा।
फल और सब्जियां।
दाल और फलियां।
नट्स और बीज।
ग्लूटन फ्री डाइट क्यों बन रही है लोकप्रिय?
रिसर्च के अनुसार, ग्लूटन फ्री डाइट लेने वाले लोग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में तेजी से सुधार महसूस करते हैं। यह न केवल गट हेल्थ को बेहतर बनाती है, बल्कि सिरदर्द और थकान जैसी समस्याओं से भी राहत देती है।
नोट: ग्लूटन फ्री डाइट अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह जरूर लें। यह डाइट केवल उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिन्हें ग्लूटन सेंसिटिविटी या सेलियक डिजीज की समस्या है।
Publish by gourav jha
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