रायपुर। छत्तीसगढ़ में लंबे समय से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी नियमितीकरण के मांग को लेकर चर्चा पर्चा मोर्चा को लंकर जंगी प्रदेर्शन करते हुये ...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में लंबे समय से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी नियमितीकरण के मांग को लेकर चर्चा पर्चा मोर्चा को लंकर जंगी प्रदेर्शन करते हुये आ रहे है, छत्तीसगढ़ में पहली बार नियमितीकरण भाजपा शासन काल केबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जी के पहल से हुआ था, उन्होने हि नियमितीकरण के लिये मुख्यमंत्री जी को हांमी भरवाया और नियमितीकरण का घोषणा हुआ और 1988 के पूर्व एवं 1997 के पूर्व से वर्ष 2008 तक कार्रत दैनक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण हुआ था जिसका श्रेय पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को जाता है उसके बाद आज तक और नियमितीकरण नही किया गया है, कांग्रेस सरकार ने अपनी पार्टी के जन घोषणा पत्र में दिया हुआ है कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का रिक्त पदों पर नियमितीकरण किया जावेगा तथा किसी भी का छटनी नही किया जायेगा! किन्तु देखने को मिल रहा है कि छत्तीसगढ़ के भुपेश सरकार नियमितीकरण के दिशा से भटक चुके है केवल सीधी भर्ती को महत्व देकर हरी झंडी दे दिया गया है, जब पद रिक्त रहेगा हि नही तो दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को कहा नियमितीकरण करेगा, केवल छलने का काम किया जा रहा है, जोकि न्याय संगत नही है! बृजमोहन अग्रवाल विधायक रायपुर ने दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के सांथ सदैव खड़े रहने का आश्वासन दिया है।
प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद वर्मा ने वन विभाग, वन विकास निगम, छ. ग. राज्य लघुवनोपज संघ के 7000दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के सांथ सांथ अन्य विभागों में कार्यरत 11,000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमितीकरण किया जाना है, कुल मिलाकर समस्त विभाग के 18,000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के नियमितीकरण को लेकर लगातार आवाज बुलंद किया जा रहा है! उमेश साहु ने कहा कि जब तक हमको अधिकार नही मिल जाता तबतक रोटी से लेकर रोड़ तक कि लड़ाई लड़ेगें! अग्रवाल जी ने कहा कि भाजपा पार्टी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के हित में नियमितीकरण के लड़ाई को लड़ने के लिये तत्पर है प्रतिबद्ध है।
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