*पूर्ण शराबबंदी के वादे पर धोखाधड़ी करने वाली प्रदेश सरकार शराबखोरी और शराब के नशे में नौटंकियों तक को रोकने में नाकारा : भाजपा* *0 हीरक मह...
*पूर्ण शराबबंदी के वादे पर धोखाधड़ी करने वाली प्रदेश सरकार शराबखोरी और शराब के नशे में नौटंकियों तक को रोकने में नाकारा : भाजपा*
*0 हीरक महोत्सव का पाखण्ड और ढोंग कर रही प्रदेश सरकार घर-घर जाकर छत्तीसगढ़ के स्वाधीनता सेनानियों के बारे में बताने का कार्यक्रम बना रही है, जबकि उनके सम्मान में स्थापित स्मारकों के सम्मान की सुध ही नहीं है*
*रायपुर।* भारतीय जनता पार्टी अजजा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद (राज्यसभा) रामविचार नेताम ने राजधानी के हृदयस्थल पर स्थित जयस्तम्भ चौक पर आधी रात शराब के नशे में राजनांदगाँव के ज़ेल प्रहरी व एक अन्य द्वारा बीच रास्ते में वाहन रोककर की जा गई नौटंकी के लिए प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली और बेलगाम होते जा रहे प्रशासनिक सिस्टम पर जमकर निशाना साधा है। भाजपा नेता ने इसे शहीदों और उनके सम्मान में स्थापित स्मारक का घोर अपमान बताते हुए दोनों आरोपियों पर की गई कार्रवाई को नाकाफ़ी बताते हुए कठोर दण्डात्मक कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा सांसद श्री नेताम ने कहा कि जयस्तम्भ चौक छत्तीसगढ़ की अनमोल धरोहर है और कई मायनों में वह ख़ास है। उस अनमोल धरोहर का किसी भी सूरत में अपमान किया जाना अक्षम्य है, ख़ासकर तब, जब सरकारी नुमाइंदे ही ऐसी शर्मनाक हरक़तें करते पाए जाएँ। इस तरह खुलेआम शराबखोरी करने, शराबखोरी के बाद नौटंकियाँ करने की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को रोकने में विफलता बता रही है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल क़तई अच्छे घुड़सवार साबित नहीं हो रहे हैं, जिसकी डींगें विपक्ष में रहकर वे हाँका करते थे और प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर ताना मारा करते थे कि भाजपा को प्रशासन चलाना नहीं आता। भाजपा नेताओं ने कहा कि राजधानी का जयस्तम्भ चौक तो बेहद व्यस्ततम इलाक़ा है, वहाँ सुरक्षा के इंतज़ाम रहते हैं, तो फिर ढाई-तीन मिनट तक उक्त दोनों आरोपी इस प्रकार की नौटंकी करते रहे, और प्रशासन अब नागरिकों की शिकायत पर दोनों को गिरफ़्तार करके इस अक्षम्य अपमान की भरपाई करने की बचकानी कोशिश कर रहा है। गंगाजल की सौगंध लेकर पूर्ण शराबबंदी के वादे पर प्रदेश के साथ खुली धोखाधड़ी करने वाली प्रदेश सरकार अपनी नाक के नीचे सरेआम हो रही शराबखोरी और शराब के नशे में की जाने वाली नौटंकियों तक को रोकने में नाकारा साबित हो रही है।
भाजपा सांसद श्री नेताम ने कहा कि जयस्तम्भ चौक राजधानी का सबसे पवित्र स्थान है। यहाँ स्वाधीनता संग्राम के दौरान राष्ट्र के लिए शहीद होने वाले छत्तीसगढ़ के पूजनीय क्रांतिकारी शहीद वीर नारायणसिंह को फाँसी दी गई थी। इस चौक से होकर गुजरते हुए लोग चौक को यह सोचकर नमन करते हैं कि वे शहीद वीर नारायण सिंह को नमन कर रहे हैं। देश-प्रदेश के लिए जब भी कोई ख़ुशी का अवसर उपस्थित होता है तो लोग इसी चौक पर एकत्र होकर उत्सव मनाते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि देश की आज़ादी के नाम पर सालों से वोटों की फसल काट रही कांग्रेस की मौज़ूदा प्रदेश सरकार अपने शहीद क्रांतिकारियों के स्मारक का सम्मान तक बरक़रार नहीं रख पा रही है और उसके नुमाइंदे इस चौक पर खड़े होकर, ज़मीन पर बैठकर मस्तियाते और गुटखा खा रहे हैं, छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान पर इससे बड़ी कोई चोट नहीं हो सकती। भाजपा नेता ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मनाए जा रहे भारतीय स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव की तर्ज़ पर प्रदेश सरकार ने हीरक महोत्सव मनाने का निर्णय किया है और घर-घर जाकर छत्तीसगढ़ के स्वाधीनता सेनानियों के बारे में बताने का कार्यक्रम बनाने वाली कांग्रेस की सरकार स्वाधीनता सेनानी के सम्मान में स्थापित स्मारकों के सम्मान की रक्षा ही नहीं कर पा रही है। इससे साफ़ है कि स्वाधीनता और स्वाधीनता सेनानियों के नाम पर वोटों की राजनीति में मशगूल कांग्रेस केवल राजनीतिक पाखण्ड और ढोंग करने के अलावा और कुछ नहीं कर रही है।
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