बस्तर, जुलाई 2025: बस्तर जिले के विकासखंड बस्तर में हाल ही में शासकीय स्कूलों के निरीक्षण के दौरान कई विद्यालयों की जर्जर अवस्था ...
बस्तर, जुलाई 2025: बस्तर जिले के विकासखंड बस्तर में हाल ही में शासकीय स्कूलों के निरीक्षण के दौरान कई विद्यालयों की जर्जर अवस्था सामने आई थी। इस निरीक्षण अभियान में विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) द्वारा चिन्हित स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा और पठन-पाठन व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंताएं व्यक्त की गई थीं।
इनमें से एक प्रमुख नाम पल्लीभाटा शासकीय प्राथमिक विद्यालय का था, जिसकी स्थिति को बच्चों के बैठने और अध्ययन के लिए असुरक्षित माना गया। तत्पश्चात विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थानीय समुदाय के सहयोग से शाला की मरम्मत का कार्य आरंभ किया। महज़ कुछ ही दिनों में इस कार्य को पूर्ण कर लिया गया, जिससे विद्यार्थियों के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित हो सका।
शाला मरम्मत की यह पहल ‘जनभागीदारी’ की एक प्रेरणादायक मिसाल बनकर सामने आई है, जिसमें ग्रामीणों, पालकों, शाला प्रबंधन समिति और शिक्षा विभाग ने मिलकर साझा उत्तरदायित्व निभाया।
BEO ने इस मौके पर कहा कि “हम सिर्फ निरीक्षण नहीं कर रहे, हम समाधान खोज रहे हैं। प्राथमिक शाला पल्लीभाटा इसका उदाहरण है। हमारा लक्ष्य है कि कोई भी बच्चा जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर न हो।”
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पालकों ने इस त्वरित मरम्मत कार्य के लिए विभाग की सराहना की और आशा जताई कि अन्य जर्जर स्कूल भवनों में भी ऐसी ही तत्परता दिखाई जाएगी।
यह कदम न केवल एक विद्यालय के सुधार की कहानी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि यदि प्रशासन और समाज एक साथ खड़े हों, तो शिक्षा क्षेत्र की बड़ी से बड़ी बाधाएं भी दूर की जा सकती हैं।
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