दंतेवाड़ा में जर्जर विद्युत उपकरणों के सहारे बिजली सप्लाई: रोजाना घंटों तक अंधेरे में डूबते गांव और शहर: दंतेवाड़ा : जिले में बिजली व्यवस...
दंतेवाड़ा में जर्जर विद्युत उपकरणों के सहारे बिजली सप्लाई: रोजाना घंटों तक अंधेरे में डूबते गांव और शहर:
दंतेवाड़ा : जिले में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से पुराने और जर्जर हो चुके उपकरणों पर टिकी हुई है, जिससे आम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में बल्कि जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा में भी घंटों तक बिजली गायब रहना अब आम बात हो गई है।
बिजली विभाग के पुराने ट्रांसफार्मरों और समय से पहले जवाब दे चुके उपकरणों की वजह से आए दिन फाल्ट हो रहे हैं, जिससे बिजली सप्लाई बाधित रहती है। शहर में जहां रोजाना कई बार बिजली गुल होती है, वहीं ब्लॉक मुख्यालयों की स्थिति और भी बदतर है—कई-कई दिनों तक लगातार बिजली नहीं मिलती।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि ट्रांसफार्मर अक्सर ओवरलोड हो जाते हैं और फटने जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। समय पर मरम्मत न होने से समस्या और भी बढ़ जाती है। व्यापारियों से लेकर छात्रों तक, सभी इस समस्या से परेशान हैं। गर्मी के इस मौसम में बिजली कटौती ने लोगों की मुश्किलें दोगुनी कर दी हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में तो स्थिति और भी चिंताजनक है। कई गांवों में एक-एक हफ्ते तक बिजली नहीं आती, जिससे पेयजल आपूर्ति, खेती और घरेलू कामकाज ठप हो जाते हैं।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल:
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार बिजली विभाग और जनप्रतिनिधियों को शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। लोगों ने मांग की है कि जल्द से जल्द जर्जर उपकरणों को बदला जाए और ट्रांसफार्मरों की संख्या बढ़ाकर ओवरलोडिंग की समस्या का समाधान किया जाए।
अगर समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी भयावह हो सकती है। जनता अब ठोस कार्रवाई की अपेक्षा कर रही है, सिर्फ आश्वासनों से नहीं।
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