तेंदूपत्ता से बदली तस्वीर: आदिवासियों के जीवन में सामाजिक और आर्थिक बदलाव – केदार: कोण्डागांव : तेंदूपत्ता संग्रहण ने आदिवासी समाज के जीवन ...
तेंदूपत्ता से बदली तस्वीर: आदिवासियों के जीवन में सामाजिक और आर्थिक बदलाव – केदार:
कोण्डागांव : तेंदूपत्ता संग्रहण ने आदिवासी समाज के जीवन में नई रोशनी लाई है। वनमंत्री केदार ने कहा कि इस पारंपरिक वन उपज ने न सिर्फ लोगों की आमदनी बढ़ाई है, बल्कि उनके सामाजिक आत्मविश्वास को भी मजबूत किया है।
केदार ने बताया कि सरकार द्वारा समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने और संग्रहण प्रक्रिया को संगठित किए जाने से आदिवासियों को उनका हक मिलने लगा है। पहले जहां तेंदूपत्ता के व्यापार में बिचौलियों का बोलबाला था, अब समितियों के ज़रिए सीधे भुगतान हो रहा है। इससे ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति में बड़ा सुधार देखने को मिला है।
उन्होंने यह भी कहा कि जब जेब में पैसा आता है तो बच्चों की पढ़ाई, इलाज और घर की ज़रूरतें पूरी होती हैं। यही असली बदलाव है – जब आदिवासी खुद अपने जीवन के फैसले ले पाते हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण से हज़ारों परिवारों को सीधा लाभ मिला है। गांवों में छोटी दुकानें खुली हैं, महिलाएं सिलाई और अन्य कामों में जुटी हैं। यह सिर्फ आय का नहीं, आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।
केदार ने अंत में अपील की कि तेंदूपत्ता जैसी वन उपजों पर आदिवासियों का अधिकार और मज़बूती से सुनिश्चित किया जाए, ताकि यह बदलाव स्थायी हो।
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