9 माह में 287 नक्सली ढेर, 865 ने किया आत्मसमर्पण, 830 गिरफ्तार: बस्तर : के घने जंगलों में अब परिवर्तन की लहर दौड़ रही है। जहां कभी नक्सलियो...
9 माह में 287 नक्सली ढेर, 865 ने किया आत्मसमर्पण, 830 गिरफ्तार:
बस्तर : के घने जंगलों में अब परिवर्तन की लहर दौड़ रही है। जहां कभी नक्सलियों का खौफ था, वहां अब कानून का इकबाल बुलंद हो रहा है। केंद्र सरकार द्वारा मार्च 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने की डेडलाइन तय करने के बाद सुरक्षा बलों और प्रशासन की संयुक्त रणनीति ने बड़ा असर दिखाया है।
पिछले 9 महीनों में सुरक्षा बलों ने 287 नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है, वहीं 865 नक्सलियों ने मुख्यधारा में लौटते हुए आत्मसमर्पण किया। इसके अलावा 830 सक्रिय नक्सलियों को गिरफ्तार कर कानून के हवाले किया गया है।
इस पूरे अभियान में राज्य पुलिस, CRPF, और कोबरा जैसे विशेष दस्तों की भूमिका अहम रही। अभियान की रणनीति में न केवल सख्त कार्रवाई शामिल है, बल्कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास योजनाओं से जोड़ने का प्रयास भी किया जा रहा है।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी. के अनुसार, "हम केवल बंदूक से नहीं, भरोसे और विकास से भी यह लड़ाई लड़ रहे हैं।"
सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की योजनाएं अब तेजी से इन दूरदराज के इलाकों तक पहुँच रही हैं, जिससे ग्रामीणों में सुरक्षा बलों के प्रति भरोसा बढ़ा है।
नक्सलियों के खिलाफ यह निर्णायक जंग अब केवल बंदूक की नहीं, बल्कि दिल जीतने की भी बन गई है।
कोई टिप्पणी नहीं