सेना राष्ट्र की है, न कि किसी पार्टी की" – जबलपुर में 'जय हिंद सभा' में भूपेश बघेल ने सरकार की नीयत पर उठाए सवाल: जबलपुर : म...
सेना राष्ट्र की है, न कि किसी पार्टी की" – जबलपुर में 'जय हिंद सभा' में भूपेश बघेल ने सरकार की नीयत पर उठाए सवाल:
जबलपुर : मध्य प्रदेश के जबलपुर में कांग्रेस द्वारा आयोजित पहली ‘जय हिंद सभा’ देशभक्ति और लोकतांत्रिक जवाबदेही का मंच बन गई। सभा में शामिल हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बातचीत में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर केंद्र सरकार पर तीखे सवाल दागे।
भूपेश बघेल ने दो टूक कहा— "सेना किसी पार्टी विशेष की नहीं, देश की है। सेना के पराक्रम पर कोई सवाल नहीं है, लेकिन सरकार की नीयत संदेह के घेरे में है।" उन्होंने कहा कि सेना की वीरता पर हर भारतवासी को गर्व है, लेकिन हाल के घटनाक्रमों में सरकार की भूमिका और निर्णयों पर जनता को जवाब चाहिए।
चार आतंकियों की पहचान क्यों नहीं हुई?
बघेल ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, "चार आतंकियों की पहचान अब तक क्यों नहीं हो पाई? क्या 56 इंच के सीने वाले किसी अंतरराष्ट्रीय दबाव में काम कर रहे हैं?" उन्होंने सवाल उठाया कि अगर अमेरिका के कहने पर सीजफायर किया गया, तो यह भारत की संप्रभुता पर आघात है।
शहीदों के देश में 26 मासूमों की मौत का जवाब कौन देगा?
'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान 26 आम नागरिकों की मौत पर सवाल उठाते हुए बघेल ने कहा, "क्या 4-5 आतंकियों के पकड़े जाने से यह नुकसान न्यायसंगत हो गया? जिन लोगों से कहा गया था कि कश्मीर अब सुरक्षित है, वे अपने परिवारों के साथ वहां गए और अब लाशें घर लौटी हैं। उन लोगों की सुरक्षा का जिम्मेदार कौन है?
"इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान से लड़कर नया देश बनाया, आज की सरकार क्यों कमजोर दिख रही?"
भूपेश बघेल ने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कहा, "शिमला समझौते में साफ है कि भारत-पाक मसले पर कोई तीसरा पक्ष दखल नहीं देगा। इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को जवाब देते हुए बांग्लादेश बना दिया था, आज की सरकार क्यों झुक रही है?"
जय हिंद सभा में भूपेश बघेल के तीखे सवालों और स्पष्ट शब्दों ने यह स्पष्ट कर दिया कि विपक्ष अब सिर्फ सवाल नहीं पूछेगा, बल्कि सरकार को जवाब देने के लिए मजबूर करेगा।
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