शिक्षकों ने युक्तियुक्तकरण नियम पर पुनर्विचार की उठाई मांग जगदलपुर : शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी एक महत्वपूर्ण पहल में, जिले के शिक्षकों ने य...
शिक्षकों ने युक्तियुक्तकरण नियम पर पुनर्विचार की उठाई मांग
जगदलपुर : शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी एक महत्वपूर्ण पहल में, जिले के शिक्षकों ने युक्तियुक्तकरण (Rationalization) के वर्तमान नियमों पर पुनर्विचार करने की जोरदार मांग उठाई है। उनका कहना है कि वर्तमान नीति न केवल शिक्षकों की पारिवारिक एवं सामाजिक स्थिति को प्रभावित करती है, बल्कि छात्रों की पढ़ाई पर भी नकारात्मक असर डाल रही है।
एकत्रित शिक्षकों ने जिला शिक्षा कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में मानवीय पक्षों की अनदेखी की जा रही है। वरिष्ठ शिक्षक रमेश वर्मा ने कहा, "शिक्षकों का मनोबल गिर रहा है क्योंकि उन्हें बार-बार स्थानांतरित किया जा रहा है, जिससे न तो शिक्षक स्थिरता से पढ़ा पा रहे हैं और न ही छात्रों को निरंतर मार्गदर्शन मिल पा रहा है।"
मुख्य मांगें:
ग्रामीण एवं शहरी स्कूलों में संसाधनों के अनुसार समान वितरण
शिक्षक की पारिवारिक स्थिति, स्वास्थ्य और सेवा अवधि को प्राथमिकता
छात्रों की संख्या के साथ-साथ विषयगत आवश्यकता का आकलन
अधिकारियों ने शिक्षकों की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और आश्वस्त किया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। शिक्षा अधिकारी सुधीर ठाकुर ने कहा, "हम चाहते हैं कि शिक्षक बिना तनाव के अच्छा शिक्षण कार्य करें। अगर कहीं नीति में बदलाव की आवश्यकता है, तो हम शासन को प्रस्ताव भेजेंगे।"
यह कदम न केवल शिक्षकों के लिए राहतभरा होगा, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता को भी मजबूती देगा।
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