आंगनबाड़ी केंद्रों में जंग लगे सामान की आपूर्ति: 300 के सामान का 900 रुपए का बिल, भ्रष्टाचार की बू खैरागढ़ (छत्तीसगढ़): खैरागढ़-गंडई-छुईखदा...
आंगनबाड़ी केंद्रों में जंग लगे सामान की आपूर्ति: 300 के सामान का 900 रुपए का बिल, भ्रष्टाचार की बू
खैरागढ़ (छत्तीसगढ़): खैरागढ़-गंडई-छुईखदान जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में करोड़ों रुपए की अनियमितताओं का एक बड़ा मामला सामने आया है। जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और महिलाओं के उपयोग के लिए भेजी गई सफाई सामग्रियों में भारी गड़बड़ी पाई गई है। कहीं जंग लगे और उपयोग लायक नहीं बचे सामान भेजे गए, तो कहीं 300 रुपए के सामान का बिल 900 रुपए तक बना दिया गया।
जानकारी के अनुसार, खैरागढ़ और छुईखदान परियोजनाओं में प्रत्येक के लिए सफाई सामग्री की आपूर्ति हेतु ₹2.5 लाख की राशि स्वीकृत की गई थी। इस कार्य के लिए धमधा की श्रीजी एजेंसी को सप्लायर नियुक्त किया गया, लेकिन एजेंसी द्वारा भेजी गई सामग्रियां घटिया स्तर की पाई गईं। कई केंद्रों पर उपयोग में लाए गए झाड़ू, टॉयलेट क्लीनर, ब्रश और अन्य सामग्रियों में जंग लगी थी या वे पहले से ही टूटे हुए थे।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कम कीमत की वस्तुओं को तीन गुना दामों पर बिल किया गया, जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है। इस मामले को लेकर संबंधित विभाग में खलबली मची हुई है। कई सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।
जनता और हितग्राहियों में नाराजगी:
घटिया और जर्जर सामग्रियों की आपूर्ति से न केवल सरकारी राशि का दुरुपयोग हुआ है, बल्कि इससे बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य व स्वच्छता पर भी प्रश्नचिह्न खड़े हो गए हैं। स्थानीय नागरिकों ने इस घोटाले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है।
जांच और कार्रवाई की मांग:
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन से मांग की जा रही है कि वह इस भ्रष्टाचार की जांच कराए और जिम्मेदार अधिकारियों व एजेंसी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करे।
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