कर्रेगुट्टा ऑपरेशन पर विशेष रिपोर्ट: 24 दिनों में 18 जवान घायल — अमित शाह बोले, "आपकी भुजाओं की ताकत को देश ने देखा" नई दिल्ली :...
कर्रेगुट्टा ऑपरेशन पर विशेष रिपोर्ट: 24 दिनों में 18 जवान घायल — अमित शाह बोले, "आपकी भुजाओं की ताकत को देश ने देखा"
नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरे कर्रेगुट्टा क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने बीते 24 दिनों में अत्यंत साहस और रणनीति के साथ विशेष नक्सल विरोधी अभियान चलाया। इस ऑपरेशन के दौरान 18 जवान आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायल जवानों का इलाज दिल्ली के एम्स अस्पताल में जारी है।
आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और सीआरपीएफ डीजी विजय शर्मा ने एम्स पहुँचकर घायल जवानों से मुलाकात की। शाह ने जवानों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा—
> "आपके शौर्य, साहस और भुजाओं की ताकत को पूरे देश ने देखा है। आप राष्ट्र के रक्षक हैं और आपकी वीरता से हम सब गर्वित हैं। सरकार हर संभव मदद करेगी।"
ऑपरेशन कर्रेगुट्टा अत्यंत दुर्गम इलाके में संचालित किया जा रहा है, जहाँ नक्सलियों द्वारा लगातार IED बिछाकर सुरक्षा बलों को निशाना बनाया जा रहा है। जानकार सूत्रों के अनुसार, अब तक कई सक्रिय IED निष्क्रिय किए जा चुके हैं और कुछ नक्सली कैंप भी ध्वस्त किए गए हैं।
इस अभियान में CRPF की कोबरा बटालियन, स्थानीय पुलिस बल और DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) की संयुक्त टीमें सम्मिलित हैं। सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया और दुश्मन को भारी क्षति पहुँचाई है।
जवानों की बहादुरी की मिसाल: एम्स में भर्ती जवानों ने बताया कि उन्होंने किसी भी परिस्थिति में पीछे हटने का नाम नहीं लिया। एक घायल अधिकारी ने कहा—
> "हमारे एक साथी ने IED ब्लास्ट के बाद भी हथियार नहीं छोड़ा, बल्कि साथियों को कवर देकर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।
आगे की रणनीति: अधिकारियों के अनुसार ऑपरेशन को और तेज़ किया जाएगा, और इस इलाके को "नक्सल मुक्त क्षेत्र" घोषित करने के लिए लगातार प्रयास जारी रहेंगे। सरकार ने जवानों के परिवारों को पूर्ण सहायता का भरोसा दिया है।
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