जगदलपुर : (19 मई) : जगदलपुर स्थित जैन मंदिर श्री धर्मनाथ जिनालय की 50 वीं वर्षगांठ मनाने व महोत्सव को अपनी निश्रा प्रदान करने उपाध्याय प्रव...
जगदलपुर : (19 मई) : जगदलपुर स्थित जैन मंदिर श्री धर्मनाथ जिनालय की 50 वीं वर्षगांठ मनाने व महोत्सव को अपनी निश्रा प्रदान करने उपाध्याय प्रवर श्री महेन्द्र सागर जी म.सा., श्री मनीष सागर जी म.सा. के सुशीष्य श्री विवेक सागर जी म.सा. आदि ठाणा 4 का आज नगर प्रवेश हुआ। पूज्य गुरु भगवंत प्रातः 8.30 बजे श्री सिमन्धर स्वामी मंदिर से रवाना होकर श्री धर्मनाथ जिनालाय पहुंचे। आपके साथ बड़ी संख्या में श्री श्वेताम्बर जैन समाज के अनुयायी भी थे। रास्ते में जगह जगह आपका वंदन अभिनन्दन किया गया।
श्री धर्मनाथ जिनालय पहुंचकर प्रभु दर्शन के पश्चात् स्वागत समारोह ज्ञान वल्लभ आराधना हॉल में आयोजित किया गया।
महिला मंडल के द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत के पश्चात् श्री श्वेताम्बर जैन समाज के अध्यक्ष भंवर बोथरा ने स्वागत भाषण में गुरु भगवंतों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की कि संघ की विनती स्वीकार कर आयोजन को निश्रा प्रदान करने आप उग्र विहार कर जगदलपुर पधारे। आगे कहा कि इस अभूतपूर्व अवसर को हमें मिलकर धूमधाम से मनाना है।
परम पूज्य श्री विवेक सागर जी म.सा. ने अपने उद्बोधन में कहा कि 50 वर्ष पूर्व मंदिर की प्रतिष्ठा के बाद धर्मनाथ दादा की कृपा से समाज ने बहुत उन्नति की है। मैंने भी जब जगदलपुर प्रवास में प्रभु की सेवा पूजा की थी तब अगले ही वर्ष जीवन में दीक्षा का सुयोग मिला और संयम मार्ग का आराधक बन गया। श्री ऋषभ सागर जी म.सा. ने बताया कि स्वर्ण जयंती निमित्त पंचान्हिका महोत्सव से पहले 5 दिनों का ज्ञान शिविर होगा जिसमें परिवार में बेहतर सामंजस्य, बेहतर तालमेल कैसे हो जैसे विषयों को जानेंगे ताकि हम प्रसन्नता के साथ धर्म मार्ग की ओर अग्रसर हो सकें।
अंत में श्री जैन श्वेताम्बर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद डाकलिया ने ज्ञान शिविर व मंदिर जी की वर्षगांठ के कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी देते हुए सभी से इसे सफल बनाने में सहयोग देने की अपील की और आज के कार्यक्रम में उपस्थिति हेतु सबका आभार माना l कार्यक्रम संचालन निर्मल लोढ़ा ने किया l
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